गया: टिकारी क्षेत्र स्थित उत्तरी कोयल नहर में अचानक आए पानी से कई गांव की हजारों एकड़ खेत जलमग्न हो गई. जिससे खेत में लहलहाती फसल को काफी नुकसान पहुंचा. किसानों के अथक प्रयास से मेढ़ बना पानी की प्रवाह को नहर की तरफ मोड़ा गया.
गया: कोयल नहर में अचानक पानी आने से हजारों एकड़ फसल बर्बाद, मआवजे की मांग - Canal water entered field
नहर के पानी से सबसे अधिक नुकसान मकसूदपुर ग्राम के किसानों को हुआ. मकसूदपुर ग्राम को सबसे अधिक क्षति हुई है. किसानों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है.
जानकारी के अनुसार बेनीपुर से रतनी फरीदपुर जाने वाली उत्तरी कोयल नहर में अचानक पानी बढ़ गया. पानी का उफान मकसूदपुर गांव के खेतों में पहुंच गया. पानी की धारा धीरे-धीरे आमाकुआं, अकबरपुर, बारा ग्राम के किसानों के खेतों में पानी घुस गया, जिससे धान की फसल बर्बाद हो गई. डिहुरा पैक्स अध्यक्ष और बारा निवासी मदन सिंह ने बताया कि बेनीपुर के समीप से नहर में अचानक उफान आ गया और हजारों एकड़ खेत जलमग्न हो गया.
किसानों ने की मुआवजे मांग
नहर के पानी से सबसे अधिक नुकसान मकसूदपुर ग्राम के किसानों को हुआ. मकसूदपुर ग्राम को सबसे अधिक क्षति हुई है. मकसूदपुर ग्राम के किसान अभय शर्मा, शीत शर्मा, रामानुज शर्मा, कमलेश शर्मा, बारा ग्राम के धनंजय शर्मा, राकेश शर्मा, श्रवण कुमार इत्यादि किसानों ने विभाग से बर्बाद हुई फसल की नुकसान का आकलन कर उचित मुआवजा देने की मांग की है.