गया: बिहार के गया में अपने पिता के मोक्ष की कामना को लेकर नदी में तर्पण करने गया एक पुत्र गहरे गड्ढे में चले जाने के कारण डूब गया. 45 वर्षीय शख्स के डूबने के बाद उसका कोई पता नहीं चल रहा है. वहीं, इस घटना के विरोध में आक्रोशित लोगों ने बोधगया थाना के समीप सड़क जाम कर दिया और टायर जला कर आगजनी कर प्रदर्शन कर रहे हैं.
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8 दिनों से कर रहा था तर्पण, डूबने से मौत: जानकारी के अनुसार गया जिले के बोधगया थाना अंतर्गत मोचारिम घाट निरंजना नदी में अपने पिता को तर्पण देने गया विट्ठल प्रजापत स्नान के दौरान बीच नदी में डूब गया. बताया जा रहा है कि विट्ठल प्रजापत अपने पिता के तर्पण कर्मकांड के लिए प्रतिदिन निरंजना नदी में जा रहा था. इस बीच रविवार को नदी में स्नान ध्यान और जल अर्पण करने के दौरान वह गहरे पानी में चला गया था.
ग्रामीणों में आक्रोशहै कि बालू के बेतरीब उत्खनन के कारण नदी में 10 फीट तक के गड्ढे बन गए हैं, जो की मौत की नदी साबित हो रही है. मृतक के तीन बेटियां और दो बेटे थे. घर में किसी बच्चे की शादी नहीं हुई थी. आक्रोशित ग्रामीणों ने थाने के समीप की सड़क जाम किया है. वहीं, विट्ठल प्रजापत का कोई पता नहीं चलने और प्रशासन की लापरवाही को लेकर ग्रामीणों का गुस्सा सामने आ गया.
गांव वालों का प्रदर्शन : ग्रामीणों ने बोधगया थाने के पास टायर जलाकर प्रदर्शन किया. वे प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे. इनका कहना था, कि नदी से बालू का बेतरीब उत्खनन रोजाना सैंकड़ों ट्रैक्टर किया जाता है. प्रशासन की इसमें मिली भगत है. वहीं, इस तरह की घटना में एक व्यक्ति की मौत हुई है, जिसके आश्रित परिवार को मुआवजा दिया जाए. हालांकि घंटों बाद भी विट्ठल प्रजापत का कोई पता नहीं चल सका है, न ही उनके शव की बरामदगी हो सकी है.
तीर्थ यात्रियों को हुई परेशानी : वहीं, सड़क जाम किए जाने के बाद देश-विदेश से आए पर्यटकों-तीर्थ यात्रियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी. यहां पिंडदान के लिए लाखों तीर्थयात्री गयाजी आए हैं, जिसमें से काफी संख्या में बोधगया को ठहरे हुए हैं. ऐसे में तीर्थ यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. घटना के बाद पुलिस स्थल पर पहुंची है और कार्रवाई कर रही है.