गया:शहर के गांधी मैदान के पास शुक्रवार को सीपीआईएमएल के कार्यकर्ताओं ने जिले को सूखाग्रस्त घोषित करने के साथ अन्य मांगों को लेकर एक दिवसीय धरना दिया. कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस धरना में सीपीआईएमएल के जिला महामंत्री रामखेलावन दास के साथ सैकड़ों की संख्या में महिलाएं और पुरुष शामिल थे.
गया को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग को लेकर सीपीआईएमएल का धरना
सीपीआईएमएल मंत्री रामखेलावन दास ने कहा कि जिला सुखाड़ की चपेट में है. लेकिन सरकार की ओर से मात्र जिले के दस प्रखंडों के कुछ पंचायतों को ही सूखाग्रस्त घोषित किया गया है. जबकि जिले के 24 प्रखंड सूखाग्रस्त है. इससे जिले में मात्र 15 से 17 प्रतिशत धान की रोपनी हुई है.
जिले के 24 प्रखंड हैं सूखाग्रस्त
धरना में शामिल सीपीआईएमएल के जिला महामंत्री रामखेलावन दास ने कहा कि पूरा गया जिला सुखाड़ की चपेट में है. लेकिन सरकार की ओर से मात्र जिले के दस प्रखंडों की कुछ पंचायतों को ही सूखाग्रस्त घोषित किया गया है. उसमें भी अनुदान की राशि जो 3 हजार रुपये है, वह कुछ लोगों को ही चिन्हित कर दिया जा रहा है. जबकि जिले के सभी 24 प्रखंड सूखाग्रस्त हैं. जिससे जिले में मात्र 15 से 17 प्रतिशत धान की रोपनी हुई है.
बोधगया में मकान खाली करवा रही सरकार
सीपीआईएमएल के जिला महामंत्री ने यह भी कहा कि बोधगया प्रखंड के गांव जैसे प्रमोद दास गुप्ता नगर, कुरमावां और स्टालिन नगर में लोग तीस साल से रह रहे हैं. ऐसे में सरकार जबरन उनके मकानों को खाली करवा रही है. साथ ही, उनपर मुकदमा कर उनको फंसाने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि उनकी मांग है कि लोगों पर मकान खाली कराए जाने के मुकदमे को सरकार वापस ले.