गया: शेरघाटी रमना मोहल्ले में रहने वाले करीब दो दर्जन मजदूर परिवारों से बेहतर रिटर्न के नाम पर पन्ना क्रेडिट एंड कार्ड थ्रिफ्त मल्टीस्टेट कोऑपरेटिव सोसाइटी नामक एक नन बैंकिंग कंपनी के कर्मियों ने दस लाख से ज्यादा की रकम ठग ली है. कर्मियों ने मजदूर परिवारों से मासिक बचत योजना और फिक्स डिपोजिट के रूप में पैसे जमा कराया.
कमिश्नर की अध्यक्षता में बैठक
परिपक्वता की अवधि पूरी होने पर कंपनी की ओर से पैसे की वसूली करने वाले लोग लापता हो गए. अब निवेशकर्ताओं के फोन भी नहीं उठा रहे हैं. ठगी और धोखाधड़ी के इस मामले को लेकर बुधवार को निवेशकर्ताओं ने रमना मोहल्ले में स्थान स्थानीय वार्ड कमिश्नर भरत चौधरी की अध्यक्षता में एक बैठक की.
कानूनी कार्रवाई का फैसला
इस दौरान कंपनियों के अधिकारियों और स्थानीय वसूली कर्ताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का फैसला लिया है. एक निवेशक सुनीता देवी के पति उमेश मांझी ने बताया कि उसने प्रतिमाह एक हजार की रकम 2 साल तक जमा कराया. लेकिन युक्ता की अवधि पूरी होने जाने के बाद भी साल भर से वह अपनी राशि वापस पाने के लिए भटक रही है.