गया: पूरे देश की नजर राम जन्मभूमि के फैसले पर टिकी हुई थी. सुप्रीम कोर्ट ने इसका फैसला तथ्यों के आधार पर राम लला के पक्ष में सुनाया है. इसको लेकर लोगों की प्रतिक्रिया आने लगी है. चकमा बुद्ध मठ के मुख्य पुजारी प्रिय पाल भंते ने कहा कि कोर्ट के फैसले पर हम पूरा भरोसा है.
बौद्ध भिक्षुओं ने राम मंदिर पर फैसले को लेकर भगवान बुद्ध से की शांति के लिए प्रार्थना
प्रिय पाल भंते ने कहा कि कोर्ट ने प्रमाण और साक्ष्य के आधार पर फैसला सुनाया है. फैसला से देश में शांति बना रहेगा. शांति और भाईचारा के लिए प्रार्थना कर रहे हैं.
प्रिय पाल भंते ने कहा कि मामला कोर्ट में लंबित था, कोर्ट पर पूरा भरोसा है, कोर्ट ने प्रमाण और साक्ष्य के आधार पर फैसला सुनाया है. फैसला से देश में शांति बनी रहेगी. शांति और भाईचारा के लिए प्रार्थना कर रहे हैं. यह देश के हित में फैसला सुनाया गया है. लोगों को इस फैसले का सम्मान करना चाहिए.
1950 से लंबित था मामला
बता दें कि उत्तर प्रदेश के अयोध्या का रामजन्म भूमि-बाबरी मस्जिद विवाद काफी जटिल था. 1950 में अदालत की चौखट पर पहुंचा ये मामला, अब तक देश की सर्वोच्च अदालत में लंबित था. इलाहाबाद हाईकोर्ट के तीन जजों की खंडपीठ ने साल 2010 में इस टाइटल सूट विवाद पर फैसला सुनाया था. इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने पिछले 40 दिनों में रोजाना सुनवाई कर फैसला सुरक्षित कर लिया था. कोर्ट ने राम लला के पक्ष में फैसला सुनाया है.