गया: जिले में पर्यटकों के लिए पर्यटन विभाग ने माया सरोवर उद्यानका निर्माण करवाया था. इस पार्क का शुरुआती दौर की छटा मनोरम था. लेजर लाइट शो, नौका विहार और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आकर्षक केंद्र था. इन दिनों ये सभी मनोरंजन की सेवाएं बंद हो गई है. साथ ही पर्यटकों को मूलभूत सुविधाएं भी नहीं मिल रही है.
केंद्रीय पर्यटन मंत्री ने किया था उद्घाटनदरअसल, अप्रैल 2007 में तत्कालीन केंद्रीय पर्यटन मंत्री अंबिका सोनी ने इस पार्क का उद्घाटन किया था. पार्क अंतरराष्ट्रीय स्तर का नहीं था. लेकिन लेजर लाइट शो लोगों को काफी आकर्षित करता था. विदेशी पर्यटक इस पार्क की सुंदरता को अपने कैमरे में जरूर कैद करते थे लेकिन इन दिनों इस पार्क को ग्रहण लगा हुआ है. पार्क में सुविधाएं के नाम पर कुछ नहीं है. यही नहीं अब बिहार पर्यटन विभाग ने इस पार्क को निजी लोगों को पांच साल के लिए सौंप दिया है.
महिनों से बंद है नौका विहार. इस पार्क में पहले लेजर लाइट शो, नौका विहार और सांस्कृतिक कार्यक्रम होते थे. लेकिन अब सब बंद है. उसके साथ ही पेयजल और शौचालय की भी सुविधाएं नहीं है. बोधगया अंतराष्ट्रीय स्थल है उसी के अनुरूप पार्क को और विकसित करना चाहिए.- मोनू कुमार,पर्यटक
महिनों से बंद है नौका विहार. इसे भी पढ़ें:ऐसे लगेगा अपराध पर लगाम? मेंटेनेंस के अभाव में खराब पड़े हैं पटना में लगे 70% CCTV कैमरे
एक करोड़ की लागत से शुरू किया गया था लेजर शो
बोधगया के विकास के लिए बने मास्टर प्लान विजन 2031 के तहत केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने पीडब्ल्यूडी के माध्यम से इसका निर्माण करवाया था. लगभग 5 एकड़ में फैले इस परिसर में मुक्ताकाश रंगमंच और लेजर शो की व्यवस्था भी है. माया सरोवर परिसर के विकास में लगभग एक करोड़ रुपये खर्च हुए थे. इस पार्क में 2 सीट वालों तीन नौका और 4 सीटों वाला तीन नौका उपलब्ध कराया गया था. 2016 में एक करोड़ की लागत से लेजर शो शुरू किया गया था. लेकिन 100 दर्शकों की क्षमता वाले इस शो में प्रतिदिन मात्र 15 से 20 टिकट ही कटती थे.
महिनों से बंद है नौका विहार. माया सरोवर को पांच सालों के लिए निजी लोगों को लीज पर दिया गया है. यहां पूर्व की भांति सारी सुविधाएं उपलब्ध कराया जाएगा. जैसे-लेजर लाइट शो, नौका विहार, गॉर्डन, सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि. भगवान बुद्ध पर आधारित मूर्तिया और पार्क का निर्माण किया जाएगा.- अजय कुमार कश्यप, पर्यटन विभाग के स्थानीय अधिकारी