गया:विष्णुपद मंदिर विवाद ( Vishnupad Temple Controversy ) को लेकर बीजेपी लगातार सरकार पर हमलावर है. वहीं गया पाल पंडा समाज के विरोध को जदयू नेता चंदन सिंह (Black Ink On JDU Leader Poster ) ने गलत ठहराया है. इसको लेकर पंडा समाज में चंदन सिंह को लेकर नाराजगी है. जदयू नेता चंदन सिंह के पोस्टर पर कालिख पोतकर उनका विरोध किया गया है.
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जदयू नेता चंदन सिंह के पोस्टर पर पोती कालिख: विष्णुपद मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश को लेकर गया पाल पंडा समाज को गलत ठहराने वाले जदयू नेता के पोस्टर पर कालिख पोती गई है. गैर हिंदू का प्रवेश वर्जित रहने वाले विष्णुपद मंदिर में पिछले सोमवार को सीएम नीतीश के साथ मंत्री मोहम्मद इसराइल मंसूरी (Minister Mohamed Israel Mansoori) प्रवेश कर गए थे. पंडा समाज ने इसका विरोध किया था. इसपर जदयू के नेता ने आपत्ति दर्ज करायी थी. ऐसे में जदयू के प्रदेश स्तरीय नेता चंदन सिंह ( JDU Leader Chandan Singh) के पोस्टर पर कालिख पोतने का मामला सामने आया है. हालांकि इस पोस्टर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी हैं, लेकिन सिर्फ चंदन सिंह के चेहरे पर ही कालिख लगाई गई है.
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जदयू नेता चंदन सिंह से पंडा समाज नाराज:चंदन सिंह गया के ही रहने वाले हैं और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी बताए जाते हैं. चंदन सिंह के बयान से गया पाल पंडा समाज गुस्से में हैं. पिछले दिनों चंदन सिंह का एक बयान सामने आया था, जिसमें उन्होंने मंत्री के प्रवेश को लेकर बयान दिया था. इसमें मंत्री का बचाव करते हुए कई तरह की बातें कही थी और समान अधिकार की भी चर्चा की थी. वहीं विष्णुपद मंदिर प्रबंधक कार्यकारिणी समिति के अध्यक्ष पर भी इस मामले को लेकर सवाल खड़े किए थे. इसके बाद से गया पाल पंडा समाज चंदन सिंह के बयान को लेकर गुस्से में है. चंदन सिंह के स्थानीय होने के कारण उनके बयान को लेकर पंडा समाज में रोष में है. पंडा समाज ने तो यहां तक कहा है कि मंत्री के प्रवेश कराने के लिए चंदन सिंह भी जिम्मेवार हैं.
कालिख किसने लगाई अब तक नहीं हुआ है स्पष्ट :कालिख पोतने के मामले को लेकर पंडा समाज खुलकर नहीं बोल रहा है, लेकिन कहीं न कहीं इसका संबंध चंदन सिंह के बयान की प्रतिक्रिया से जोड़कर देखा जा रहा है. माना जा रहा है कि चंदन सिंह का बयान इसके पीछे है. इधर, इस मामले को लेकर हिंदू युवा वाहिनी संघ के गया जिलाध्यक्ष राजा आचार्य ने कहा है कि जदयू नेता चंदन सिंह ने पिछले दिन अनर्गल बयान दिए थे, तो उनके पोस्टर पर कालिख पोती ही जाएगी. हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि किसके द्वारा कालिख पोती गई है. फिलहाल जानकारी के अनुसार जदयू के प्रदेश स्तर के नेता चंदन सिंह के पोस्टर मे उनके चेहरे पर कालिख लगाने के बाद ऐसे पोस्टरों को हटाया गया है.
"चंदन सिंह ने जो बयान दिया था कालिख तो पोती ही जाएगी. शुद्धिकरण भी मंदिर का किया गया है. हम इतिहास के साथ छेड़छाड़ का विरोध करते हैं. चंदन सिंह जदयू से जुड़े हैं, गया के हैं तो उन्हें नीतीश कुमार के विष्णुपद मंदिर दौरे की सब जानकारी थी फिर भी कुछ नहीं किया. वरिष्ठ नेता होकर भी बचकाना बयान देना गलत है." -राजा आचार्य, जिलाध्यक्ष, हिंदू वाहिनी संघ
क्या है पूरा मामला?:आपको बता दें कि गया में आगामी 9 सितंबर से 25 सितंबर तक विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला का आयोजन होने जा रहा है. इसी सिलसिले में सीएम नीतीश कुमार सोमवार को गया पहुंचे थे. जहां पितृपक्ष मेला की तैयारियों का जायजा लिया और विष्णुपद मंदिर के गर्भगृह में पूजा अर्चना भी की. इस दौरान उनके साथ बिहार सरकार के सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री सह गया जिला के प्रभारी मंत्रीमोहम्मद इसराइल मंसूरीभी गर्भगृह में मौजूद थे. गयाजी के विश्व प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर मुख्य द्वार पर 'अहिंदू प्रवेश वर्जित' लिखा हुआ है. इसके बावजूद मंत्री अंदर चले गए. जिस पर अब बवाल शुरू हो गया है.