गयाः महाबोधि मंदिर में ड्यूटी पर तैनात बीसैप के हवलदार अमरजीत कुमार यादव की शुक्रवार को गोली लगने से मौत हो गई थी. गोली लगने की घटना की सूचना पर डीएम और एसएसपी ने मौके पर पहुंचकर घटना का जायजा लिया. जांच के बाद डीएम और एसएसपी ने बताया कि यह घटना एक्सीडेंटल फायरिंग के कारण हुई है. आशंका जतायी जा रही है कि बैरक के समीप जाने के क्रम में वह लड़खड़ा गया होगा और उनकी सर्विस कार्बाइन से फायरिंग हो गयी होगी. बता दें कि शुरुआती जांच में आत्महत्या किये जाने की आशंका जतायी जा रही थी.
Gaya Mahabodhi Temple : एक्सीडेंटल फायरिंग में हुई थी B-SAP जवान की मौत, एक ही स्थान पर लगी तीन गोलियां - सैप जवान अमरजीत यादव की मौत
बिहार के बोधगया स्थित महाबोधि मंदिर की सुरक्षा में तैनात बी-सैप जवान अमरजीत कुमार यादव की गोली लगने से मौत हो गयी थी. शुरू में यह बात सामने आयी कि जवान ने आत्महत्या कर ली. बाद में पुलिस ने जांच के क्रम में पाया कि यह आत्महत्या नहीं है. एक्सीडेंटल फायरिंग से बीसैप हवलदार की मौत हुई है.
Published : Aug 25, 2023, 11:04 PM IST
|Updated : Aug 26, 2023, 6:32 AM IST
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"दोपहर के 1 बजकर 40 मिनट पर गोलियां चलने की आवाज ससुनाई पड़ी. इसके बाद महाबोधि मंदिर की सुरक्षा में लगे पदाधिकारी मौके पर पहुंचे, तो पाया कि बी सैप जवान के हवलदार अमरजीत कुमार यादव की डेड बॉडी पड़ी हुई है. वहीं पर उनका हथियार कार्बाइन भी गिरा हुआ था. यह एक्सीडेंटल फायरिंग है. छाती के समीप एक ही जगह पर तीन गोलियां लगी है. वही चार खोखा बरामद किए गए हैं."-आशीष भारती, गया एसएसपी
बैलिस्टिक, फिंगरप्रिंट और एफएसएल की टीम पहुंची: महाबोधि मंदिर परिसर में जहां पर यह घटना हुई है, उस स्थान को प्रशासन के द्वारा कवर कर रखा गया है. मामले की जांच के लिए बैलिस्टिक की टीम को बुलाया गया है, जो कि यह जानकारी हासिल करेगी कि गोली कितनी दूरी से चली. वहीं, फिंगरप्रिंट और एफएसएल की टीम को भी बुलाया गया है. इस घटना की वैज्ञानिक जांच की जा रही है. वैसे पुलिस प्रशासन का स्पष्ट तौर पर मानना है, कि प्रथम दृष्टतया यह घटना एक्सीडेंटल फायरिंग प्रतीत होती है.
गोली की आवाज सुनकर फैल गई थी दहशतः महाबोधि मंदिर परिसर में शुक्रवार दोपहर को जब अचानक एक के बाद एक कई गोलियां चली, तो जवान अलर्ट हो गए. वहीं, आसपास में दहशत का माहौल भी व्याप्त हो गया. हालांकि बाद में फायरिंग की की वजह सामने आई. महाबोधि मंदिर परिसर में मुचलिंद तालाब के समीप यह घटना घटी. वहां पर सीसीटीवी नहीं लगे थे. यह घटना एक बार फिर यह बताती है, कि महाबोधि मंदिर परिसर सीसीटीवी की निगरानी में पूरी तरह से नहीं है. गौरतलब हो कि महाबोधि मंदिर आतंकवादियों के निशाने पर रहा है.
छपरा के सोनपुर गांव के रहने वाले थे अमरजीतः बी सैप के हवलदार अमरजीत कुमार यादव छपरा के सोनपुर गांव के रहने वाले थे. घटना की जानकारी उनके परिजनों को दी गई तो वह यहां पहुंचे चुके हैं. बी सैप के हवलदार की गोली लगने से मौत पर कोहराम मच गया है.