गया:बिहार के गया में ऑटो-टोटो यूनियन की हड़तालके दूसरे दिन चालकों का गुस्सा फूट पड़ा. जो वाहन सड़क पर चलते दिखे, उन्हें रोकने की कोशिश की गई. हड़ताल के बावजूद परिचालन करने वाले ऑटो-टोटो के शीशे तोड़े गए. इतना ही नहीं वाहन चालक के साथ मारपीट भी की गई. अपने वाहन के शीशे तोड़ दिए जाने और मारपीट के बाद टोटो का चालक थाने में पहुंच गया.
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टोटो चालक ने की थाने में शिकायत: टोटो चालक की शिकायत के बाद रामपुर पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने इस मामले की छानबीन शुरू कर दी है. मौके से एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है. टोटो चालक सुनील कुमार ने बताया कि वह अपनी पत्नी को लेकर कहीं जरूरी काम से जा रहा था, तभी ऑटो-टोटो चालक संघ कार्यालय के पास रोका गया. मैंने वजह भी बताई, फिर भी गाड़ी के शीशे तोड़ दिए. मेरे साथ मारपीट भी की.
"यूनियन के लोगों द्वारा रोके जाने के बाद मैंने कहा कि मैं अपनी पत्नी को जरूरी काम से लेकर जा रहा हूं. कोई पैसेंजर नहीं बैठाया है लेकिन मेरी किसी ने नहीं सुनी और फिर मौके पर ही टोटो के शीशे तोड़ दिए. विरोध करने पर मेरे साथ मारपीट भी की"- सुनील कुमार, पीड़ित टोटो चालक
शीशा तोड़े जाने के मामले में होगी कार्रवाई:इस संबंध में रामपुर थाना की सब इंस्पेक्टर रानी बबीता कुमारी ने बताया कि टोटो के शीशे तोड़े जाने की घटना सामने आई है. इस मामले को लेकर पीड़ित ऑटो चालक ने लिखित आवेदन दिया है. पुलिस मामले में कार्रवाई कर रही है. ऐसा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
हड़ताल की क्या है वजह?:ऑटो-टोटो चालक संघ गया की ओर से गया शहर में पूरी तरह से परिचालन बंद कर दिया गया है. ऑटो-टोटो सड़कों पर नहीं चल रहे हैं. इनका कहना है कि ट्रैफिक डीएसपी और ट्रैफिक पुलिस हम पर ज्यादती कर रहे हैं. ट्रैफिक डीएसपी के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की जाए. इसे लेकर ऑटो चालक संघ ने सहकारिता मंत्री सुरेंद्र को भी आवेदन दिया है.
हड़ताल से यात्री हलकान:ऑटो टोटो की हड़ताल से गया शहर में प्रवेश करने वाले यात्रियों को काफी मुश्किल हो रही है. किसी को बोधगया जाना है तो किसी को सिकरिया मोड़ तो किसी को चौक लेकिन ऑटो-टोटो नहीं मिल रहे हैं. वहीं रिक्शा चालक मनमानी वसूली कर रहे हैं, जिसके कारण लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है.
"सुबह में गया स्टेशन पर पहुंचा था. यहां से ऑटो टोटो खोज रहे हैं, पर नहीं मिल रहा है. बोधगया जाना है, लगता है पैदल ही निकलना होगा. वैसे अपने रिश्तेदारों को फोन कर मदद मांगी है"- यात्री