पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी गया:पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने आज बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसा है. उन्होंने नीतीश कुमार के दिल्ली दौरे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अब वे जनता के प्रति जवाबदेह नहीं रहे. उनको बिहार की जनता से कोई लेना देना नहीं रहा. उन्होंने कहा कि नीतीश स्वयं कहते नहीं थकते कि उन्हें स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी ने मुख्यमंत्री बनाया था, यानी जनता ने नहीं बल्कि स्वर्गीय वाजपेयी जी ने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया था. बीजेपी के लोग भी यही कहते हैं, इससे साबित होता है कि नीतीश को जनता से कोई लेना देना नहीं है.
पढ़ें-Atal Bihari Vajpayee Death Anniversary: 'वाजपेयी जी की प्रशंसा श्रद्धा भाव से नहीं करते नीतीश बल्कि..' सुशील मोदी का मुख्यमंत्री पर निशाना
'नीतीश को जनता से नहीं कोई मतलब':जीतन राम मांझी ने कहा कि बिहार में विकास योजनाएं ठप पड़ी हुई हैं. भ्रष्टाचार का बोलबाला है. अल्पसंख्यक, महिला, किसान से संबंधित योजनाएं बाधित है लेकिन इनको (नीतीश कुमार) कोई लेना देना नहीं है. नीतीश स्वीकार चुके हैं कि अटल बिहारी वाजपेयी ने उन्हें सीएम बनाया था. बिहार में भ्रष्टाचार है, घटिया काम हो रहा है, बुजुर्गों को पेंशन नहीं मिल रहा है, रोजगार भी नहीं मिल पा रहा है, इन सबका कारण है जनता के प्रति नीतीश जवाबदेह नहीं है.
"जंगलराज कहते नहीं थकने वाले नीतीश कुमार आज भ्रष्टाचार के सवाल पर मौन हैं. पूरा दक्षिणी बिहार सुखाड़ की चपेट में है, लेकिन कोई देखने वाला नहीं है. अगर सोन से पानी लाने की बात थी वह पूरा हो जाता तो आठ नौ जिलों में पानी की कमी नहीं होती. तर्पण के लिए उल्टी गंगा बहाने का काम किया है. फल्गु में गंदगी का अंबार लग रहा है."- जीतन राम मांझी, पूर्व सीएम, बिहार
दशरथ मांझी की पुण्यतिथि पर जीतन राम मांझी ने दी श्रद्धांजलि: गया जिले के मानपुर प्रखंड में पर्वत पुरुष दशरथ मांझी के पुण्यतिथि पर आयोजित श्रंद्धाजलि सभा में शामिल होने पूर्व सीएम जीतन राम मांझी पहुंचे थे. श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि पर्वत पुरुष बाबा दशरथ मांझी 22 वर्षों तक कठिन परिश्रम कर पहाड़ को काटने का काम किया था, जो समाज के लिए प्रेरणादायक है. ऐसा उदाहरण राज्य या देश ही नहीं बल्कि पूरे दुनिया में नहीं है.
दशरथ मांझी को भारत रत्न की मांग: उन्होंने पर्वत पुरुष दशरथ मांझी को भारत रत्न की उपाधि दिए जाने की मांग की. मांझी ने कहा कि बिहार की सरकार इसके लिए अनुशंसा कर दिए जाने की बात करती है, लेकिन हमें इसका ठोस प्रमाण नहीं मिल रहा है. पर्वत पुरूष दशरथ मांझी को भारत रत्न दिए जाने की अनुशंसा अगर राज्य सरकार केंद्र से की है तो उन्हें इसका दस्तावेज उपलब्ध कराया जाए.