गयाःबिहार के गया में सेब की खेती हो रही है. हॉट क्लाइमेट वाली सेव गया में उगाई जा रही है. 50 डिग्री से लेकर 45 डिग्री टेंपरेचर में भी सेब की सफलतापूर्वक खेती की जा रही है. गया के टिकारी के रहने वाले किसान आशीष कुमार के द्वारा इसकी शुरुआत की गई है. कई बार के ट्रायल के बाद इस बार उन्होंने 150 पेड़ अपने बागान में लगाए हैं. आने वाले महीने में यह फसल फूल और फिर फल के रूप में सामने होगी.
हॉट क्लाइमेट के हैं सेव के बीजः किसान ने यहां हाॅट क्लाइमेट के सेब के बीज लगाए हैं. यह 50 डिग्री से लेकर 45 डिग्री टेंपरेचर में भी आसानी से उगाई जा सकती है. वैसे तो सेब की खेती ठंडे प्रदेशों की चीज है, लेकिन गया जैसे इलाकों में भी सेब की खेती होने लगी है. गया के रहने वाले किसान आशीष कुमार कई तरह की फसलें लगाते हैं. पुराने विलुप्त होते बीजों को बचाने के लिए यह विभिन्न फसलों को लगाते रहते हैं. उसे बचाने के लिए प्रोत्साहन के तौर पर ऐसे बीजों को किसानों के बीच बांटते हैं. इनसे प्रेरणा लेकर कई किसान इस तरह की खेती करने को लेकर जागरूक हो रहे हैं.
पारंपरिक कृषि को बढ़ावा देने की कोशिशः आशीष पुरानी पारंपरिक कृषि को भी बढ़ावा देने की कोशिश में जुटे हुए हैं. काला आलू, काली हल्दी की भी खेती कर रहे हैं. इनकी मंशा आमदनी के साथ-साथ विलुप्त होते फसलों और उनके बीजों को बचाना भी है. हालांकि किसान के तौर पर आशीष कुमार सिंह विविध फसलों की खेती कर अच्छी खासी आमदनी भी कर लेते हैं. उनकी सालाना आय लाखों की होती है. हॉट क्लाइमेट के बीज को उन्होंने विशेष तौर से दूसरे राज्य से मंगाया है, जहां ज्यादातर सेब की खेती होती है. किसान आशीष कुमार उन्नत किस्म की फसल को उगाने के लिए ही जाने जाते हैं.
"सेब की खेती शुरू की है. उसे अन्य किसानों के बीच भी शेयर करेंगे और अच्छी आमदनी के विकल्प के तौर पर इसकी खेती करने को किसानों को प्रोत्साहित करेंगे. फिलहाल में किसान गेहूं चावल आदि फसलों की ही खेती करते हैं. फलों की खेती नहीं के बराबर होती है. किसानों का रुझान भी सेब फसल की खेती करने के प्रति बढ़ा है."- आशीष कुमार, किसान
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