गयाः जिले में डायरिया ने जबरदस्त कहर बरपा रखा है. इसके ज्यादातर मरीज इमामगंज प्रखंड के बागेबार गांव में है. यहां डायरिया से पीड़ित मरीजों की संख्या 50 से अधिक है. वहीं, मरीजों का इलाज करने आए इमामगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कर्मी मरीजों को झोला छाप डॉक्टर के भरोसे छोड़कर चले गए. ऐसे में पीड़ित मरीज गांव के झोलाछाप डॉक्टर से इलाज कराने को मजबूर हैं.
झोलाछाप डॉक्टर के भरोसे मरीज
गांव का शायद ही कोई ऐसा घर होगा जहां कोई बीमार नहीं होगा. लोग उल्टी-दस्त से परेशान हैं. पीएचसी की टीम इलाके में कैंप कर रही है. लेकिन लोगों का आरोप है कि उन्हें बेहतर स्वास्थ्य सुविधा नहीं दी जा रही है. वहीं, मरीजों का इलाज करने आए डॉक्टर पानी का बोतल और इंजेक्शन लगाने के बाद मरीजों को गांव के झोलाछाप डॉक्टर के जिम्मे सौंप कर चले गए. ग्रामीण आला अधिकारियों से गांव में उचित सुविधा उपलब्ध कराने की मांग कर रहे हैं.