गया: जिले के अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल में कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों के इलाज के लिए स्पेशल वार्ड बनाया गया है. जहां संदिग्ध मरीजों का इलाज स्वास्थ्य कर्मी कर रहे हैं. इस दौरान स्वास्थ्य कर्मी विशेष कीट को पहनकर मरीजों का इलाज करने में लगे हुए हैं. वहीं, कोरोना के संदिग्ध मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है.
- कोरोना के अब तक कुल 43 संदिग्ध मरीज हुए भर्ती
- 37 मरीजों की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई
- 6 मरीजों का अभी भी चल रहा इलाज
फुल बॉडी मास्क का इस्तेमाल कर रहे हैं डॉक्टर
'रिपोर्ट नेगेटिव आने पर मरीजों को दी जाती है छुट्टी'
अस्पताल प्रबंधक नीरज कुमार ने बताया कि कोरोना के संदिग्ध आने वाले मरीजों का सैंपल जांच के लिए आर.एम.आई, पटना भेजा जाता है. जांच रिपोर्ट नेगेटिव होने पर मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दे दी जाती है. उन्होंने कहा कि सिजनली खांसी, बुखार और सर्दी से ग्रसित मरीज भी पहुंच रहे हैं, जिन्हें इलाज के बाद होम क्वराटाइन रहने की सलाह दी जाती है. उन्होंने कहा कि गया में अब तक कोरोना के कुल कुल 43 मरीज भर्ती हो चुके हैं, जिनमें से 37 मरीजों की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है, जबकि 6 मरीजों का इलाज अभी भी अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में किया जा रहा है.
मरीजों को किया जा रहा है जागरुक
अस्पताल प्रबंधक ने बताया कि संदिग्ध मरीजों के इलाज में काफी सावधानी बरती जा रही है. स्वास्थ्य कर्मी फुल बॉडी मास्क का इस्तेमाल कर मरीजों का इलाज कर रहे है. ताकि किसी तरह का कीटाणु स्वास्थ्य कर्मी के शरीर में प्रवेश न कर सके.वहीं, अस्पताल के ईसीजी टेक्नीशियन अश्विनी कुमार ने बताया कि जिले में अब तक एक भी मरीज की रिपोर्ट पोजेटिव नहीं आई है. यह हमारे लिए खुशी की बात है. साथ ही यहां आने वाले मरीजों को कोरोना से बचाव हेतु जागरूक भी किया जा रहा है.