गया: कोरोना वायरस की वजह से पूरे देश में 21 दिनों का लॉकडाउन घोषित है. इससे भारी संख्या में भुखमरी से बचने के लिए देश के कई हिस्सों से बिहारी मजदूर प्रदेश में पहुंच रहे हैं. इसको लेकर जिला प्रशासन ने बैठक कर जिला के सीमा पर ही उन्हें रोककर कैम्पों में रखने का फैसला किया है.
लॉक डाउन के बाद अन्य राज्यों से लोग पैदल ही बिहार के लिए रवाना हो रहे हैं. भारी संख्या में मजदूरों को अन्य राज्यों से आने पर सीएम सख्त हैं. उन्होंने ऐसे मजदूरों को बिहार के सीमावर्ती क्षेत्रों में रोकने का आदेश दिया है. इसको लेकर जिला प्रशासन ने तीन स्थानों पर कैम्प बनाया है. गया जिला मुख्य रूप से झारखंड राज्य से जुड़ता है. झारखंड बॉर्डर सटे मुख्य सड़क के तीन स्थानों पर बाराचट्टी, डोभी और आमस में कैम्प बनाया जाएगा. कैंप में चिकित्सकीय टीमों के साथ भोजन और रहने की व्यवस्था की जाएगी.
लॉकडाउन इफेक्ट: बाहर से आने वाले मजदूरों के लिए बनेंगे 3 कैंप - nitish kumar
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अन्य राज्यों से आने वाले मजदूरों पर नाराजगी जताई थी. लॉकडाउन बावजूद मजदूरों के आने से संक्रमण ना फैले इसलिए कैंप बाना जाएगा.
गया
सीमावर्ती जिलों में बनेगा कैम्प
बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अन्य राज्यों से आने वाले मजदूरों पर उन्होंने नाराजगी जताई थी. उन्होंने कहा था कि ऐसे में लॉक डाउन का उल्लंघन हो रहा है. लॉक डाउन का उल्लंघन न हो और मजदूरों से संक्रमण ना फैले. इसके लिए रविवार को सीएम नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मुख्य सचिव, गृह सचिव, डीजीपी और उच्च स्तरीय पदाधिकारियों के साथ बैठक हुई. इसमें निर्णय लिया गया है कि सभी सीमावर्ती जिलों में कैम्प बनाया जाएगा.