बिहार

bihar

ETV Bharat / state

गया में महिला ट्रेनी आरक्षी की मौत के सदमे से 18 की तबीयत बिगड़ी, सभी ANMM अस्पताल में भर्ती - ट्रेनी महिला आरक्षी को ब्रेन हेमरेज

बिहार विशेष सशस्त्र बल-3 की 18 ट्रेनी महिला आरक्षी एएनएमएम अस्पताल में भर्ती (18 Trainee Female Constable Admitted to ANMM Hospital) कराई गई हैं. जहां उनकी स्थिति अब खतरे से बाहर बताई जा रही है. बताया जाता है कि एक ट्रेनी महिला आरक्षी को ब्रेन हेमरेज (Brain Hemorrhage to Trainee Female Constable) हुआ था, जिसके बाद उसकी मौत की खबर सुनकर सभी की तबीयत बिगड़ गई.

18 ट्रेनी महिला आरक्षी एएनएमएम अस्पताल में भर्ती
18 ट्रेनी महिला आरक्षी एएनएमएम अस्पताल में भर्ती

By

Published : Feb 1, 2022, 4:16 PM IST

गया: बिहार के गया में महिला ट्रेनी आरक्षी की मौत (Female Trainee Constable Dies in Gaya) के बाद एक के बाद एक 18 ट्रेनी महिला आरक्षियों की तबीयत बिगड़ गई. जिसके बाद आनन-फानन में सभी को अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पतालमें भर्ती कराया गया है. जहां अब उनकी स्थिति सामान्य है. बताया जाता है कि जिस की मौत हुई थी, उस ट्रेनी महिला आरक्षी को ब्रेन हेमरेज (Brain Hemorrhage to Trainee Female Constable) हुआ था.

ये भी पढ़ें:budget health sector : स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के लिए की गई नई घोषणाएं

गया-बोधगया मुख्य सड़क मार्ग पर धनावां गांव के पास स्थित बिहार विशेष सशस्त्र बल-3 की 18 ट्रेनी महिला आरक्षी एएनएमएम अस्पताल में भर्ती (18 Trainee Female Constable Admitted to ANMM Hospital) कराई गई हैं. इस संबंध में अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल (एएनएमएमसीएच) के अधीक्षक डॉ.पीके अग्रवाल ने बताया कि बिहार विशेष सशस्त्र बल-3 की 18 ट्रेनी महिला आरक्षी को इलाज के लिए भर्ती कराया गया है. अब उनकी स्थिति खतरे से बाहर है.

डॉ.पीके अग्रवाल ने कहा कि हमें जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार सोमवार को एक ट्रेनी महिला आरक्षी को ब्रेन हेमरेज हो गया था. जिसे इलाज के लिए पटना भेजा गया. आज सुबह पटना में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. इसी घटना से आहत 18 ट्रेनी महिला आरक्षी तनाव में आ गईं. जिससे उनकी स्थिति बिगड़ने लगी. शुरुआत में 5 से 6 महिला आरक्षी को अस्पताल लाया गया, फिर धीरे-धीरे इनकी संख्या 18 पहुंच गई. सभी महिला आरक्षी की स्थिति अब खतरे से बाहर है. चिकित्सक लगातार उनका इलाज कर रहे हैं. बेहतर इलाज के लिए अलग से वार्ड बनाया गया है. सभी का इलाज आईसीयू वार्ड में किया जा रहा है.

विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करेंETV BHARAT APP

ABOUT THE AUTHOR

...view details