मोतिहारी: महिला स्वावलंबन की दिशा में जीविका समूह का बहुत बड़ा योगदान है. जीविका के माध्यम से महिलाओं को घर बैठे कमाई का अवसर मिलता है. जिससे उनकी अर्थिक स्थिति में सुधार हो रहा है. इसके साथ ही पूर्वी चंपारण में जिला प्रशासन के सहयोग से जीविका की ओर से महिला स्वास्थ्य की दिशा में काम शुरू किया गया है. ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को जीविका के माध्यम से सस्ते दाम में सैनेटरी नैपकिन दिया जा रहा है. जिससे माहवारी के समय लापरवाह रहने वाली ग्रामीण महिलाओं को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जा सके.
जीविका समूह से जुड़ी गीता देवी बताती हैं कि ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं पीरियड के समय किसी भी तरह के कपड़ा का उपयोग करती हैं. जिससे उनके स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है. उन्होंने कहा कि इसको देखते हुए अधिकारियों के पहल पर उसने अपने समूह के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को सस्ते दाम में सैनेटरी नैपकिन उपलब्ध कराना शुरू किया गया.
स्वावलंबन की दिशा में महिलाएं चार रुपये में चार पैड का पैकेट
जीविका समूह की महिला चंदा देवी ने बताया कि वह घर-घर जाकर ग्रामीण महिलाओं को सैनेटरी पैड के इस्तेमाल के लिए जागरूक करेगी. क्योंकि जीविका के माध्यम से मात्र चार रुपया में चार पैड का पैकेट दिया जा रहा है. जिसके इस्तेमाल से कोई संक्रमण नहीं होगा और महिलाएं स्वस्थ्य भी रहेंगी.
'बाजार का नैपकिन है महंगा'
वहीं, प्रभा देवी ने बताया कि बाजार में सैनेटरी नैपकिन का पैकेट काफी महंगा मिलता है. लेकिन अब सस्ता पैड मिल रहा है. उन्होंने कहा कि वह इसका उपयोग भी करेंगी और अन्य महिलाओं को भी इसका उपयोग करने के लिए प्रेरित करेंगी.
महिलाओं को सैनेटरी नैपकिन उपलब्ध करता जीविका स्वच्छता के प्रति जागरूक
बता दें कि आंकड़ों के मुताबिक पूर्वी चंपारण जिले की 40 प्रतिशत ग्रामीण महिलाएं माहवारी के समय स्वच्छता नहीं रख पाने के कारण विभिन्न तरह की बिमारियों से ग्रसित हैं. समाज में व्याप्त सामाजि धारणाएं, जागरुकता की कमी और उचित साधनों के अभाव से ग्रामीण महिलाओं में स्वच्छता के प्रति लापरवाह बनी रहती हैं. लेकिन पूर्वी चंपारण में जिला प्रशासन ने जीविका समूह के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं के लिए सस्ता सैनेटरी नैपकिन उपलब्ध कराने की पहल शुरू की है. ताकि ग्रामीण महिलाओं को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जा सके.