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मोतिहारी: तेजी से बढ़ रहा है गंडक नदी का जलस्तर, जिला प्रशासन मुस्तैद

डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने बताया कि वाल्मीकिनगर बराज से गंडक नदी में 4 लाख 36 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. जिसे लेकर अरेराज एसडीओ के अलावा अरेराज, संग्रामपुर और केसरिया अंचल के अधिकारियों और कर्मचारियों को अलर्ट पर रखा गया है.

डीएम शीर्षत कपिल अशोक
डीएम शीर्षत कपिल अशोक

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Published : Jul 22, 2020, 8:50 AM IST

मोतिहारी: वाल्मीकिनगर बराज से छोड़े गए 4 लाख 36 हजार क्यूसेक पानी से गंडक नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. नदी पर बने तटबंधों पर पानी का दबाव भी बढ़ गया है. बराज से गंडक में छोड़े गए पानी की जानकारी मिलते ही डीएम और एसपी अरेराज अनुमंडल पहुंचे. जहां लोकनाथपुर गांव में एनडीआरएफ की टीम के साथ उन्होंने गंडक नदी का मुआयना किया.

अलर्ट है जिला प्रशासन
डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने बताया कि वाल्मीकिनगर बराज से गंडक नदी में 4 लाख 36 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. जिसे लेकर अरेराज एसडीओ के अलावा अरेराज,संग्रामपुर और केसरिया अंचल के अधिकारियो एवं कर्चारियों को अलर्ट पर रखा गया है. साथ ही थाना की पुलिस भी अलर्ट पर है.

गंडक नदी पर तैनात एनडीआरएफ की टीम

डीएम ने बताया कि सिंचाई विभाग के अधिकारियों के अलावा सभी स्तर के पंचायत प्रतिनिधियों के साथ बैठक की गई है. तटबंध के कटाव वाले स्थल पर फ्लड फाईटिंग को तेज करने का निर्देश दिया गया है और एनडीआरएफ टीम की तैनाती भी कर दी गई है.

नदी के पानी का जायजा लेते डीएम शीर्षत कपिल अशोक व अन्य

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गंडक के किनारे बसे हैं कई गांव
बता दें कि गंडक नदी के किनारे पुछरिया, मतवाराम टोला, बीन टोली, इजरा समेत कई गांव बसे हुए हैं. वाल्मीकिनगर बराज से छोड़े गए 4 लाख 36 हजार क्यूसेक पानी के कारण गंडक नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि जारी है. नदी के बढ़ रहे जलस्तर को देखते हुए इन गांवों के ग्रामीणों को जिला प्रशासन ने सुरक्षित स्थान पर शरण लेने के लिए कहा है. जबकि चंपारण तटबंध के बाहर के गांवों के लोगों को भी अलर्ट रहने के लिए कहा गया है.

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