बिहार

bihar

ETV Bharat / state

मोतिहारी: नगर विकास विभाग के खिलाफ सड़क पर उतरे वार्ड पार्षद, निकाला कैंडल मार्च

मोतिहारी नगर निगम की राजनीति अब सड़कों तक आ पहुंची है. नगर विकास एवं आवास विभाग के उपनिदेशक के जारी पत्र ने मेयर की कुर्सी सुरक्षित कर दिया है, जिसके बाद विक्षुब्ध गुट के वार्ड पार्षदों ने मोर्चा खोल दिया है. पढ़िए पूरी खबर

सड़क पर उतरे वार्ड पार्षद
सड़क पर उतरे वार्ड पार्षद

By

Published : Aug 18, 2021, 10:44 PM IST

मोतिहारी: बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में मोतिहारी नगर निगम (Motihari Municipal Corporation) की राजनीति (Politics In Municipal Corporation) अब सड़क पर आ गई है. मेयर अंजू देवी (Mayor Anju Devi) के खिलाफ आये अविश्वास प्रस्ताव को रद्द करने का एक पत्र नगर विकास एवं आवास विभाग के नगरपालिका प्रशासन निदेशालय के उपनिदेशक बुद्ध प्रकाश ने 29 जुलाई को जारी कर दिया. मेयर अंजू देवी की कुर्सी बच गई है. उपनिदेशक के जारी पत्र को असंवैधानिक बताते हुए मेयर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए विक्षुब्ध गुट के वार्ड पार्षद अब आंदोलित हो गए हैं.

ये भी पढे़ें-मोतिहारी मेयर अंजू देवी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव

उपनिदेशक के कार्रवाई के खिलाफ नाराज वार्ड पार्षदों ने बुधवार को नगर में कैंडल मार्च निकाला. वार्ड पार्षद अमरेंद्र सिंह के नेतृत्व में निकला कैंडल मार्च शहर के ज्ञानबाबू चौक से चलकर गांधी चौक तक आया. कैंडल मार्च का नेतृत्व कर रहे वार्ड पार्षद अमरेंद्र सिंह ने बताया कि नगर विकास विभाग के अधिकारी ने विगत 29 जुलाई को एक चिट्ठी जारी किया है.

देखें वीडियो.

'उपनिदेशक के उस चिट्ठी को अगर वैधता प्रदान किया जाता है तो पूरे बिहार के सभी वार्ड पार्षदों का कार्यकाल 5 साल से घटकर 4 वर्ष दो महीने का हो जाएगा, जो गैर संवैधानिक है. इसलिए राज्य के सभी वार्ड पार्षदों के हक की लड़ाई मोतिहारी से शुरु हुई है.': अमरेंद्र सिंह, वार्ड पार्षद

ये भी पढे़ें-पटना में कब खुलेंगे मोहल्ला क्लीनिक? फरवरी 2021 में लिए गए फैसले का प्रारूप भी तैयार नहीं
बता दें कि मोतिहारी नगर निगम में 38 वार्ड पार्षद हैं जिसमें से 32 विक्षुब्ध वार्ड पार्षदों ने विगत 16 जुलाई को मेयर अंजू देवी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर विशेष बैठक बुलाने के लिए अधियाचना पत्र दिया था. मेयर अंजू देवी के ऊपर लगे अविश्वास प्रस्ताव को रद्द करने से संबंधित नगर विकास एवं आवास विभाग के उपनिदेशक बुद्ध प्रकाश के जारी पत्र ने नगर निगम की राजनीति में अब उबाल ला दिया है. उपनिदेशक के जारी पत्र को गैर संवैधानिक बताते हुए विक्षुब्ध गुट ने नगर विकास विभाग के खिलाफ हीं अब मोर्चा खोल दिया है.

ये भी पढे़ें-बिहार में 5 नगर निगम का विस्तार, लेकिन कर्मियों की घोर कमी से जूझ रहा कॉर्पोरेशन

ये भी पढे़ें-मोतिहारी: पानी भरे गड्ढे में डूबने से 2 किशोरियों की मौत

ABOUT THE AUTHOR

...view details