पू.चंपारण(मोतिहारी):लागू लॉकडाउन के दौरान बिहार के व्यवसायियों के साथ घटी अपराधिक घटनाओं पर राष्ट्रीय वैश्य महासभा ने चिंता व्यक्त की है. वैश्य महासभा के प्रदेश प्रवक्ता सह महासचिव ने प्रदेश में व्यवसायियों के साथ घटी 23 विभिन्न घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि अगर बिहार सरकार ने व्यवसायियों की सुरक्षा सुनिश्चत नहीं की तो, आने वाले विधानसभा चुनाव में बिहार सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा.
राष्ट्रीय वैश्य महासभा ने सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा, चुनाव में अंजाम भुगतने की दी चेतावनी
वैश्य महासभा के प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान पराधियों ने सबसे अधिक टारगेट व्यापरियों को ही किया. उन्होंने बताया कि अगर सरकार ने व्यवसायियों की सुरक्षा सुनिश्चत नहीं की, तो आने वाले चुनाव में सरकार को इसका नतीजा भुगतान पड़ेगा.
'बंदी के दौरान व्यवसायियों को बनाया गया टारगेट'
वैश्य महासभा के प्रदेश प्रवक्ता संजय जयसवाल ने कहा कि लॉकडाउन पीरियड में व्यवसायियों ने लोगों की जरुरत को देखते हुए अपने प्रतिष्ठान को खोलकर रखा और आम लोगों की सेवा की. लेकिन इस दौरान अपराधियों ने सबसे अधिक टारगेट व्यापरियों को ही किया. राज्य में वैश्य समाज के 23 लोगों को अपराधियों ने निशाना बनाया है. बावजूद राज्य सरकार व्यवसायियों की सुरक्षा के प्रति गंभीर नहीं है.
सरकार को दी चेतावनी
संजय जयसवाल ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार व्यवसायियों की सुरक्षा के प्रति गंभीर नहीं है. अगर हालात ऐसे ही रहे तो सरकार को आगामी विधानसभा चुनाव में इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा. बता दें कि साल के अंत तक बिहार विधानसभा चुनाव होने की संभावना है. चुनाव को देखते हुए वैश्य समुदाय के सभी उपजातियों को गोलबंद करने के प्रयास में राष्ट्रीय वैश्य महासभा जुटी हुई है.