मोतिहारी: बिहार के मोतिहारी में मानव तस्करी(Human Trafficking in Motihari) का शिकार बनी पांच नाबालिग लड़कियों को मुक्त कराया गया है. मामला तुरकौलिया थाना क्षेत्र का है जहां से तीन मानव तस्करों को गिरफ्तार किया गया है. मुक्त कराई गई लड़कियां असम और पश्चिम बंगाल की बताई जा रही है. वहीं गिरफ्तार मानव तस्कर भी बंगाल और असाम के रहने वाले हैं जो लड़कियों को अच्छा काम और ज्यादा पैसा कमाने का लालच देकर तुरकौलिया लेकर आए थे. जहां उनसे ऑरकेस्ट्रा में डांस के साथ जबरन देह व्यापार का धंधा भी कराया जा रहा था.
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लड़कियों को पुनर्वासित करने की कार्रवाई: मोतिहारी में कैलाश सत्यार्थी फाउंडेशन (Kailash Satyarthi Foundation in Motihari) को सूचना मिली थी कि पश्चिम बंगाल से कुछ नाबालिग लड़कियों को तस्करी कर वहां लाया गया है. जिसके बाद कैलाश सत्यार्थी फाउंडेशन के साथ चाइल्ड लाइन और मुक्ति फाउंडेशन ने तस्करी कर लाई गई लड़कियों की तलाश शुरु की. लड़कियों के बारे में सही जानकारी मिलने के बाद तुलकौलिया पुलिस की मदद से महनवा गांव में छापेमारी कर पांच नाबालिग लड़कियों को मुक्त कराया गया. बरामद लड़कियों को बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा. बाल कल्याण समिति के आदेश पर लड़कियों को पुनर्वासित करने की कार्रवाई की जाएगी.
असम और बंगास से मानव तस्करी: बता दें कि मुक्त कराई गई लड़कियों में चार असम की और एक लड़की पश्चिम बंगाल की है. गिरफ्तार मानव तस्करों में दो असम और एक पश्चिम बंगाल का रहने वाला है. जो असम के गुवाहाटी कामरुख फाटा सिलाम्बरी स्थित कान्ताबारी का रहने वाला मुसा शेख और कामरुख जिला के दिसपुर थाना क्षेत्र स्थित गणेशपुरी का रहने वाला पवित्र राभा के अलावा पश्चिम बंगाल के बारा सागर थाना क्षेत्र के 24 परगना का रहने वाला सुशांत अधिकारी शामिल है. फिलहाल तीनों मानव तस्करों से पूछताछ की जा रही है.