मोतिहारी : कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया को घुटने के बल खड़ा कर दिया है. कोरोना संक्रमण के चपेट में आए देशों की अर्थव्यवस्था वेंटिलेटर के चौखट पर खड़ी है. ऐसे में लोग बेरोजगार हो रहे हैं और लोगों के सामने भूखमरी भी एक विपदा के रुप में खड़ी है. जिससे भारत भी अछूता नहीं है. लेकिन इस आपदा की घड़ी में सभी अपनs अनुसार दान देने और गरीब बेसहारा लोगों के सेवा में जुटे हुए हैं. इन्ही लोगों में एक नन्हा दानवीर भी है. जो मोतिहारी के भवानीपुर जिरात का रहने वाला है. उसने अपने जन्मदिन को मनाने के लिए रखे 15 हजार रुपए को मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में जमा कर दिया है. डीएम ने इस छात्र के जज्बात की तारीफ की है.
मोतिहारी के अमोल ने किया 'अनमोल' काम, मुख्यमंत्री के कोरोना फंड में दी अपनी पॉकेट मनी - chief minister's corona fund
पटना डीएवी में 12वीं का छात्र अमोल रंजन मोतिहारी के भवानीपुर जिरात का रहने वाला है. वह अपने माता-पिता से मिले पॉकेट मनी को जमा करके अपने जन्मदिन को धूमधाम से हर साल दो अप्रैल को मनाता है. लेकिन कोरोना त्रासदी को देखते हुए उसने अपने गुल्लक में रखे पैसे को मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में जमा करा दिया है.
जन्मदिन के पैसा को किया आपदा कोष में दान
पटना डीएवी में 12वीं का छात्र अमोल रंजन मोतिहारी के भवानीपुर जिरात का रहने वाला है. वह अपने माता-पिता से मिले पॉकेट मनी को जमा करके रखता था और अपना जन्मदिन धूमधाम से हर साल दो अप्रैल को मनाता है. लेकिन कोरोना त्रासदी को देखते हुए उसने अपने जन्मदिन को नहीं मनाया और गुल्लक में रखे पैसे को डीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में देने की पेशकश की. लेकिन लॉक डाउन के कारण वह ऐसा नहीं कर पाया और गुल्लक के 15 हजार रुपया को उसने अपने पिता को दिया. उसके पिता रवि वर्मा ने गुल्लक के राशी के बराबर रुपया मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में ऑनलाईन ट्रांसफर कर दी.
बेटे की सोच पर मां है गौरवान्वित
अमोल की मां किरण वर्मा अपने पुत्र के इस सोच पर काफी गौरवान्वित है और खुशी जाहिर करते हुए कहती है कि इस त्रासदी की घड़ी में पहले देश है. वहीं, अमोल रंजन के जज्बे की तारीफ डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने भी की है. वहीं, उन्होंने कहा कि इस आपदा की घड़ी में इस बच्चे ने सभी को एक मैसेज दिया है कि हमें एक दुसरे के लिए खड़ा होना चाहिए. बहरहाल, इस आपदा की घड़ी में हम सभी को सरकार के दिशा निर्देशों का सख्ती से पालन करना चाहिए. साथ हीं हमे एक दूसरे का सहयोग भी करना चाहिए.