रक्सौल: बिहार में शराबबंदी कानून लागू होने के बाद नशे के लिए दवाओं को उपयोग में लाया जा रहा है. भारत-नेपाल सीमा पर प्रतिबंधित दवाओं का कारोबार बहुत तेजी से बढ़ रहा है. ऐसे में शहर के विभिन्न चौक-चौराहों पर मेडिकल स्टोर में डायजेपाम, नारफीन, कोरेक्स जैसी सर्दी खांसी की दवाईयां होती हैं. जिसे स्थानीय मेडिकल दुकानदार अवैध रूप से अवैध मूल्यों पर बेचते हैं.
रक्सौल: SSB जवानों ने छापेमारी कर नशीली दवाईयां की जब्त, एक युवक गिरफ्तार - raxaul news
गुप्त सूचना के आधार पर एसएसबी के जवानों ने छापेमारी की. जिसमें 220 पीस खांसी की दवा की बोतलें जब्त की गई. साथ ही मेन रोड पर स्थित लालू ढाबा के पास से एक युवक को भी गिरफ्तारी किया गया है.
गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई
इसी क्रम में बीती रात गुप्त सूचना के आधार पर एसएसबी के 47वीं वाहिनी हवाईअड्डा बटालियन के सहायक उपनिरीक्षक पवन सिंह, मुख्य आरक्षी नवलेश के साथ कई जवानों ने मिलकर छापेमारी की. जिसमें 220 पीस खांसी की दवा की बोतलें जब्त की गई. साथ ही मेन रोड पर स्थित लालू ढाबा के पास से मोहित नामक एक युवक को भी गिरफ्तारी किया गया.
युवा नशीली दवाओं का कर रहे हैं सेवन
स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसी नशीली दवाओं का उपयोग कर युवाओं का भविष्य अंधकार में जा रहा है. नशीली दवाओं का उपयोग करने के लिए युवा कुछ भी करने के लिए तैयार रहते हैं. रक्सौल-नेपाल सीमा के बीरगंज हथोड़ा नारायण घाट पर 100 से 150 युवा प्रतिदिन नशीली दवा का सेवन करने जाते हैं.