पूर्वी चंपारण(मोतिहारी): पेट्रोल और डीजल की बढ़ी कीमतों से जनता त्राहिमाम कर रही है. वहीं दूसरी तरफ तस्कर इस मौके का फायदा उठा रहे हैं. भारत में पेट्रोलियम उत्पाद के भाव बढ़ने के साथ नेपाल से पेट्रोल और डीजल की तस्करी बढ़ गई है. भारत-नेपाल सीमा पर तैनात पुलिस और एसएसबी जवानों के लिए यह खुली चुनौती है.
नेपाल से पेट्रोल की तस्करी का खेल जारी यह भी पढ़ें-महान साहित्यकार फणीश्वर नाथ रेणु का जन्म शताब्दी वर्ष, करोड़ों दिलों पर आज भी असर डालती हैं कृतियां
नेपाल से पेट्रोल की तस्करी
नेपाल में भारत से 23 से 25 रुपया तक सस्ता पेट्रोल और डीजल बिक रहा है. जिस कारण सीमाई क्षेत्र में तस्करों की एक नई फौज खड़ी हो गई है. तस्करों की यह नई फौज बेखौफ होकर भारतीय राजस्व को चुना लगाने में लगी है.
यह भी पढ़ें-सावधान! अब वर्चुअल नंबर से हो रहा साइबर फ्रॉड, आपको बचाएंगे ये टिप्स
'पेट्रोल डीजल की तस्करी से देश का राजस्व प्रभावित हो रहा है, जो एक अपराध है. एसएसबी और स्थानीय पुलिस को किसी भी तरह के तस्करी को रोकने का निर्देश दिया जा रहा है.'- नवीन चंद्र झा,एसपी
भारतीय पेट्रोल पंप की बिक्री प्रभावित
नेपाल से हो रहे पेट्रोल डीजल के तस्करी से सीमाई इलाकों के भारतीय परिक्षेत्र में स्थित पेट्रोल पंप की बिक्री काफी प्रभावित हुई है. सीमाई इलाके के एक पेट्रोल पंप के मैनेजर के अनुसार नेपाल में भारत से लगभग 22 रुपये सस्ता पेट्रोल बिक रहा है. जिस कारण प्रत्येक दिन लाखों रुपये के तेल की तस्करी का खेल जारी है.
नेपाल से पेट्रोल की तस्करी जारी यह भी पढ़ें-सरकारी स्कूलों में गंदा पानी पीने को मजबूर नौनिहाल, अब तो जागो सरकार
लोगों की बढ़ी परेशानी
भारत में पेट्रोलियम उत्पाद के कीमत में लगातार हो रहे बढ़ोतरी से आम लोग परेशान हैं. और महंगाई अपने चरम पर है. साथ ही पेट्रोलियम उत्पाद के बढ़ी कीमतों को मुद्दा बनाकर राजनीतिक दलों के नेता भी सड़क से सदन तक शोर मचा रहे हैं. लेकिन लोग अपने दर्द को सीने में दबाये बैठे हैं. छोटे बड़े व्यवसायी से लेकर किसान और आम लोगों की परेशानी पर सरकार की खामोशी ने जन मानस को तोड़कर रख दिया है
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में काफी अंतर
दरअसल, नेपाल का पेट्रोलियम उत्पाद भारत के रास्ते ही नेपाल पहुंचता है. लेकिन नेपाल में पेट्रोल और डीजल पर भारत की अपेक्षा ड्यूटी चार्ज कम है. जिससे नेपाल में भारत की तुलना में पेट्रोल और डीजल की कीमत में 23 से 25 रुपये तक का अंतर है. जिस कारण जिले में नेपाल से पेट्रोल डीजल की तस्करी शुरु है.
कोई पूरा टैंकर ही तस्करी करके भारत में पहुंचा दे रहा है, तो कोई गैलन में तेल की तस्करी कर रहा है. हेलमेट जांच करने में लगी जिला पुलिस इन तस्करों को देखकर भी अनदेखा कर देती है. जिससे इनकी भूमिका पर भी अब सवाल उठ रहे हैं.
भारतीय पेट्रोल पंप की बिक्री प्रभावित भारत में पेट्रोल-डीजल का दाम इतना क्यों बढ़ गया है?
दरअसल, भारत में पेट्रोल-डीजल का खुदरा भाव वैश्विक बाजार में कच्चे तेल के भाव से लिंक है. इसका मतलब है कि अगर वैश्विक बाजार में कच्चे तेल का भाव कम होता है तो भारत में पेट्रोल-डीजल सस्ता होगा. अगर कच्चे तेल का भाव बढ़ता है तो पेट्रोल-डीजल के लिए ज्यादा खर्च करना होगा. लेकिन हर बार ऐसा नहीं होता है. जब वैश्विक बाजार में कच्चे तेल का भाव चढ़ता है तो ग्राहकों पर इसका बोझ डाला जाता है, लेकिन जब कच्चे तेल का भाव कम होता है तब उस वक्त सरकार अपनी रेवेन्यू बढ़ाने के लिए ग्राहकों पर टैक्स का बोझ डाल देती है. इस प्रकार वैश्विक बाजार में कच्चे तेल का भाव कम होने से आम लोगों को कुछ खास राहत नहीं मिलती है.
नेपाल में भारत से लगभग 22 रुपये सस्ता पेट्रोल बिक रहा 2021 में अब तक 27 बार बढ़े दाम
इससे पहले जनवरी में पेट्रोल-डीजल के रेट 10 बार बढ़े थे. इस दौरान पेट्रोल की कीमत में 2.59 रुपए और डीजल में 2.61 रुपए की बढ़ोतरी हुई थी. साल 2021 में अब तक तेल की कीमतें 27 दिन बढ़ाईं गई हैं.