पूर्वी चंपारण: कुंडवाचैनपुर थाना क्षेत्र में नेपाली नाबालिग लड़की के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्मऔर हत्या के बाद साक्ष्य मिटाने के लिए शव जलाने की जांच करने फॉरेंसिक टीम पहुंची. एफएसएल की तीन सदस्यीय टीम ने घटनास्थल से कई तरह के सैंपल इकट्ठा किया. साथ ही टीम ने शव को जलाये जाने वाले स्थान से भी सबूत इकट्ठा किए.
एफएसएल की टीम ने इकट्ठा किए सबूत
कुंडवाचैनपुर पहुंची एफएसएल की टीम पहले पीड़िता का परिवार जहां रहता था उस मकान में गई. मृत लड़की का शव वहीं रखे जाने की बात बताई जा रही थी. मकान से एफएसएल की टीम ने केमिकल का उपयोग करके कई साक्ष्यों को इकट्ठा किया. इसके बाद टीम शव जलाने वाली जगह पर पहुंची. एफएसएल की टीम ने वहां से हड्डियों के अवशेष को सुरक्षित किया.
साक्ष्य इकट्ठा करती एसएफएल की टीम ये भी पढ़ेःमोतिहारी सामूहिक दुष्कर्म-हत्या मामला: आरोपियों के परिजनों ने एसपी से लगायी गुहार
घटना में 11 लोगों को किया गया है आरोपित
बता दें कि कुंडवाचैनपुर थाना क्षेत्र में विगत 21 जनवरी को नेपाल की लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या कर दी गई थी. स्थानीय थानाध्यक्ष संजीव रंजन की मिलीभगत से मृतक के शव को बिना एफआईआर और पोस्टमार्टम के जला दिया गया था. इस मामले में मृतक के पिता ने घटना के 13 दिनों बाद एफआईआर के लिए आवेदन देकर 11 लोगों को आरोपित बनाया है. आरोपितों में से दो लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है और थानाध्यक्ष को निलंबित कर उसपर विभागीय कार्रवाई शुरु कर दी गई है. मामले में सबूत इकट्ठा करने के लिए एफएसएल की टीम को बुलाया गया था.