बगहा: सूबे के एक मात्र टाइगर रिज़र्व में पर्यटकों के लिए सेल्फी पॉइंट गोलघर बनाया गया था. जिसका उद्देश्य था कि इंडो-नेपाल सीमा पर अवस्थित वाल्मीकि टाइगर रिज़र्व का भ्रमण करने आने वाले पर्यटक इस गोलघर के ऊपर चढ़कर जल, जंगल और पहाड़ का दीदार कर रोमांचित होंगे. यहां से तस्वीरों को अपने कैमरे में कैद कर अपनी यात्रा को यादगार बनाएंगे. बावजूद इसके इसका रंग रोगन पूरा हो जाने के बाद भी इसको पर्यटकों के लिए नहीं खोला गया.
बगहा: सेल्फी पॉइंट बना महज दिखावा, सेल्फी पॉइंट टावर का अब तक नहीं हुआ उद्घाटन
इंडो-नेपाल सीमा पर अवस्थित वाल्मीकिनगर पर्यटन नगरी में गण्डक नारायणी नदी के तट पर बनाया गया सेल्फी पॉइंट गोलघर महज दिखावा बन कर रह गया है. सेल्फी पॉइंट टावर देखने में काफी आकर्षक है. दो वर्ष पूर्व ही इसका रंग-रोगन कर वन विभाग के सुपुर्द कर दिया गया था. ताकि पर्यटकों के लिए इसे खोला जा सके. लेकिन अब भी इस पर ताला लटक रहा है. पर्यटक इसके बारे में पूछकर निराश हो जाते हैं.
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जल, जंगल और पहाड़ों के दीदार के लिए बना था सेल्फी पॉइंट गोलघर
सूबे के एक मात्र व्याघ्र परियोजना वाल्मीकि टाइगर रिज़र्व में प्रत्येक साल दूर दराज के राज्यों से लाखों पर्यटक आते हैं. पर्यटकों के लिए यहां जंगल सफारी, बोटिंग, कैनोपी झूला समेत धार्मिक स्थलों को घूमने की व्यवस्था है. जल, जंगल और पहाड़ की वादियों से घिरे इस मनोरम स्थल पर सरकार ने पर्यटकों के लिए ही सेल्फी पॉइंट टावर का निर्माण कराया था ताकि पर्यटक इसके ऊपर चढ़ कर यहां की खूबसूरती का दीदार कर सकें. सेल्फी खींच सकें, लेकिन विभाग ने इसे अब तक पर्यटकों के लिए इसे नहीं खोला है.
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सेल्फी पॉइंट गोलघर में हैं कई सुविधाएं
बता दें कि इस सेल्फी पॉइंट गोलघर के भीतर पर्यटकों के लिए कई सुविधाएं मौजूद हैं. इसके भीतर वाशरूम, चेंजिंग रूम और एक बैठक खाना भी बनाया गया है. चेंजिंग रूम बनाने के पीछे मकसद यह है कि पर्यटक गोलघर के ऊपर चढ़कर तस्वीरें कैद करें और अगर महिला पर्यटकों को दूसरे कपड़े चेंज कर तस्वीरें लेनी हो तो चेंजिंग रूम के कारण उन्हें सहूलियत हो सके. हालांकि, रेंजर महेश प्रसाद ने बताया कि शीघ्र ही पर्यटकों के लिए सेल्फी पॉइंट गोलघर को खोल दिया जाएगा.