मोतिहारी में सीएम नीतीश कुमार की समाधान यात्रा को लेकर चल रही तैयारी मोतिहारी: बिहार के मोतिहारी में समाधान यात्रा (Samadhan Yatra In Motihari) 15 फरवरी को है, जिसमें सीएम नीतीश कुमार का आगमन हो रहा है. सीएम के आने की खबर से पूरा प्रशासनिक महकमा तैयारी में लग गया है. जहां सीएम निरीक्षण करने वाले हैं, वहां जोर-शोर से तैयारी हो रही है. जो सड़क वर्षों से नहीं बनी थी, वह एक दिन में बन गई. कई सारी योजनाओं का काम आनन फानन में किया जा रहा है, ताकि सीएम काम विकास को देखकर खुश हो सके. मोतिहारी डीएम खुद मैदान में उतर कर काम कराने में जुटे हैं.
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15 फरवरी को आएंगे सीएमः मुख्यमंत्री 15 फरवरी को पूर्वी चंपारण जिले में आएगे. सीएम गोपालगंज से हेलीकॉप्टर से मोतिहारी पुलिस लाइन आएंगे. इसके बाद बंजरिया प्रखंड के सिसवा पंचायत का भ्रमण कर वहां के विकास कार्यों को देखेंगे. सीएम का स्वागत में समाहरणालय की साफ सफाई और रंग-रोगन जारी है. बंजरिया के सिसवा गांव में भी प्रशासनिक तैयारियां जारी है. क्षतिग्रस्त सड़कों का पक्कीकरण किया जा रहा है. अधिकारी लगातार गांव का चक्कर लगा रहे हैं. मोतिहारी डीएम शीर्षत कपिल अशोक, एडीएम पवन कुमार सिन्हा और डीडीसी समीर सौरभ समेत जिला के तमाम अधिकारी रात-दिन लगे हुए हैं.
सीएम के स्वागत की तैयारीः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहले 12 फरवरी को आने वाले थे, जिसके लिए जिला के केसरिया बौद्ध स्तूप और कोटवा प्रखंड के मच्छरगांवा गांव के विकास कार्य का निरीक्षण करने वाले थे. सीएम के कार्यक्रम को रद्द कर 15 फरवरी को तय किया गया. जिला प्रशासन केसरिया और कोटवा प्रखंड में सरकार के स्वागत की तैयारियां कर ली थी, लेकिन तीन दिनों पूर्व अचानक बंजरिया प्रखंड के सिसवा पूर्वी पंचायत का चयन कर वहां पर तैयारियां शुरु कर दी गई. बंजरिया प्रखंड के सिसवा पूर्वी पंचायत में सरकार के स्वागत की तैयारी शुरु हुई.
"पंचायत के लोगों का काफी सहयोग मिल रहा है. नल जल, गली नली और जल जीवन हरियाली योजना के तहत हुए कार्य का मुख्यमंत्री निरीक्षण करेंगे. पंचायत सरकार भवन प्रस्तावित है और जीविका भवन भी यहां बन रहा है. सिसवा पूर्वी पंचायत सोलर लाइट से जगमग होने वाला पहला गांव है. पंचायत भवन में संचालित आरटीपीएस काउंटर भी मुख्यमंत्री को दिखाया जाएगा. जहां बहुत सारी सेवायें पंचायत में हीं ग्रामीणों को दी जाती है. सॉलिड और लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट पूर्णता की ओर है."-शीर्षत कपिल अशोक, डीएम, मोतिहारी