मोतिहारी: बिहार विधानसभा चुनाव में पहले चरण के मतदान को लेकर आरजेडी ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. हालांकि आरजेडी ने किसी-किसी सीट से पार्टी के सीटिंग विधायक का पत्ता काट दिया है. जिले के दो विधानसभा क्षेत्र से भी वर्तमान विधायक का टिकट कट गया है. जिसमें से हरसिद्धि सुरक्षित सीट से विधायक राजेंद्र राम और केसरिया से विधायक राजेश कुमार शामिल हैं. टिकट कटने से इन दोनों नेताओं और इनके समर्थकों में नाराजगी है.
बता दें कि केसरिया के विधायक डॉ. राजेश कुमार ने बगावत करते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ने का एलान किया है. जबकि हरसिद्धि सुरक्षित सीट से विधायक राजेंद्र राम ने पार्टी निर्णय के समर्थन में चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है. हालांकि उन्होंने 2025 विधानसभा चुनाव में चुनाव लड़ने की बात कही है.
टिकट कटने को लेकर महागठबंधन के नेताओं को ठहराया जिम्मेदार
विधायक राजेंद्र राम ने कहा कि वो आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव में आस्था रखते हैं. वो उन्हें अपना आदर्श मानते हैं, इसीलिए इस बार के बिहार चुनाव में वो पर्चा नहीं भरेंगे. हालांकि उन्होंने चुनाव प्रचार को लेकर पार्टी के निर्देश पर काम करने की बात कही. वहीं, उन्होंने टिकट कटने को लेकर जिले से ताल्लुक रखने वाले महागठबंधन के वरीय नेताओं को जिम्मेदार ठहराया है.
कार्यकर्ताओं और समर्थकों के साथ आरजेडी विधायक राजेंद्र राम राजेंद्र राम ने 2015 में जीता था हरसिद्धि से चुनाव
बता दें कि साल 2015 के चुनाव में हरसिद्धि सुरक्षित विधानसभा क्षेत्र से राजेंद्र राम ने आरजेडी के टिकट पर चुनाव जीता था. लेकिन विधानसभा चुनाव 2020 में आरजेडी के शीर्ष नेतृत्व ने हरसिद्धि सुरक्षित विधानसभा क्षेत्र से राजेंद्र राम के बदले नागेंद्र राम पर दांव लगाया है. नागेंद्र राम हरसिद्धि प्रखंड के आरजेडी अध्यक्ष हैं. पार्टी की ओर से नागेंद्र राम को टिकट दिए जाने के निर्णय से निराश राजेंद्र राम ने 5 साल के लिए वनवास में रहने की घोषणा की है.