मोतिहारीःपूर्वी चंपारण जिला के बंजरिया प्रखंड स्थित फुलवार पंचायत में पानी के दबाव से टूटे बंगरी नदी के बांध के मरम्मत का कार्य जारी है. बुधवार के मध्य रात्रिबंगरी नदी में पानी के दबाव से बांध चार जगहों पर टूट गया. जिसकी जानकारी मिलने पर सदर एसडीओ श्रेष्ठ अनुपम सहित अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंची. रात में ही लगभग 12 फीट में टूटे बांध का मरम्मत कर दिया गया. जबकि अन्य तीन जगहों पर क्षतिग्रस्त हुए बांध के मरम्मति का कार्य गुरुवार की सुबह में शुरु किया गया.
Motihari News: बंगरी नदी के टूटे तटबंध पर मरम्मत का कार्य जारी, चार जगहों पर टूटा था तटबंध - मोतिहारी में बाढ़
मोतिहारी के बंजरिया प्रखंड स्थित फुलवार पंचायत में बंगरी नदी के टूटे तटबंध की मरम्मत का कार्य शुरु हो गया है. बुधवार की मध्य रात्रि बंगरी नदी में पानी के दबाव से तटबंध चार जगहों पर टूट गया था. तीन जगहों के क्षतिग्रस्त हिस्से की मरम्मत कर दी गई है वहीं चौथे जगह पर कार्य जारी है.
अधिकारियों ने किया था स्थल निरीक्षण: जानाकरी के मुताबिक दो जगहों पर क्षतिग्रस्त हुए बांध की मरम्मत का काम गुरुवार शाम तक पूरा कर दिया गया है. वहीं एक जगह लगभग 20 फीट में टूटे बांध के मरम्मति का कार्य गुरुवार शाम से शुरु किया जाएगा. मौके पर मौजूद जिला आपदा पदाधिकारी मनु कुमार ने बताया कि कार्यपालक अभियंता के साथ स्थल निरीक्षण किया है. चार जगहों पर बांध टूटा है. एक जगह पर रात में भी बांध का मरम्मत कर दिया गया था. अन्य दो जगहों पर शाम तक काम पूरा हो जाएगा. जबकि ज्यादा दूरी में टूटे जगह पर बांध के मरम्मति का कार्य शाम से शुरु किया जाएगा.
"पानी में ज्यादा उफान नहीं दिख रहा है, लेकिन स्थानीय लोगों से बातचीत करने पर पता चला कि रैट होल्स और पेड़ के जड़ के कारण कुछ कैविटी बन गए. वही कैविटी धीरे-धीरे बड़ा हो गया. जिससे बांध टूटने की बात बतायी जा रही है. मरम्मत का काम जारी है, जल्द ही सभी टूटे तटबंधों पर कार्य पूर्ण हो जाएंगे"-मनु कुमार , जिला आपदा पदाधिकारी
तटबंध मरम्मति का काम जारीः बता दें कि जिला के बंजरिया प्रखंड स्थित फुलवार दक्षिणी पंचायत में बुधवार की रात बंगरी नदी का दक्षिणी तटबंध कई जगहों पर टूट गया था. तटबंध टूटने की जानकारी मिलने पर सदर एसडीओ श्रेष्ठ अनुपम,जल निस्सरण विभाग के कार्यपालक अभियंता इफ्तेखार इमाम समेत बीडीओ,सीओ और थानाध्यक्ष प्रभाकर पाठक मौके पर पहुंचे और रात में हीं एक जगह पर टूटे हुए तटबंध का मरम्मति कार्य शुरु कर दिया गया. जबकि दूसरे अन्य जगहों पर पानी के तेज बहाव के कारण तटबंध मरम्मति का कार्य रात में संभव नहीं हो सका था, जो अब हो रहा है.