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Motihari News: बिछड़े बच्चों को GRP ने माता-पिता से मिलाया, परिजनों की आंखों से छलके खुशी के आंसू - मोतिहारी जीआरपी

बिहार के मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन से दो बच्चे अपने माता पिता से बिछड़ गए थे. जिसके बाद मां और पिता ने रेलवे कंट्रोल रुम को सूचना दी. वहां से मिली जानकारी के बाद मोतिहारी जीआरपी ने तुरंत एक्शन लेते हुए दोनों बच्चों को खोज निकाला है. जीआरपी के अनुसार पोरबंदर ट्रेन से खोजबीन की शुरुआत की. वहीं ट्रेन के टीटी के पास दोनों बच्चे बिल्कुल सुरक्षित पाए गए. वहां से उन बच्चों को उठाकर जीआरपी ने मां और पिता को सौंप दिया है. पढ़ें पूरी खबर...

मोतिहारी में बच्चों से मिलकर माता पिता खुश
मोतिहारी में बच्चों से मिलकर माता पिता खुश

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Published : Jan 30, 2023, 11:04 AM IST

मोतिहारी जीआरपी ने दो बच्चों को बरामद किया

मोतिहारी: बिहार के मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन पर मोतिहारी जीआरपीने दो बच्चों को पोरबंदर ट्रेन से बरामद किया (Motihari GRP Recoverd Two Child) है. उसके बाद दोनों को उसके मां और पिता को सौंप दिया है. जहां बच्चों से मिलकर मां के आंख से आंसू छलकने लगे और पिता ने बच्चों को देखकर मोतिहारी रेलवे जीआरपी को धन्यवाद कहा है. बताया जाता है कि जीआरपी को दो बच्चों के खोने की सूचना कंट्रोल रुम से मिली थी. जिसके बाद कार्रवाई करते हुए जीआरपी ने बच्चे को ढूंढ निकाला है.

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दो बच्चों की बरामदगी: मोतिहारी बापू धाम रेलवे स्टेशन पर दो बच्चों की तलाशी की खबर मिलने के बाद जीआरपी थानाध्यक्ष हरकत में आए और अपनी टीम के साथ खुद भी खोजबीन में लग गए. पोरबंदर ट्रेन में जांच पड़ताल के दौरान जीआरपी को दोनों बच्चे टीटीई के पास सुरक्षित मिल गए. उसके बाद जीआरपी ने कंट्रोल रुम को जानकारी दिया. तभी बच्चे के माता पिता वहां पहुंचे और अपने बच्चों को देखा. जिसके बाद मां के आंख से आंसू बहने लगे. उसके बाद मां ने दोनों बच्चों को गले से लगा लिया. वहीं पिता ने जीआरपी का आभार व्यक्त किया.

टीटीई के सकुशल बच्चे: जीआरपी थानाध्यक्ष अमोद कुमार सिंह ने बताया कि स्टेशन पर आने वाली पोरबंदर ट्रेन की तलाशी लेने के बाद दोनों बच्चों को ट्रेन की टीटीई के पास सकुशल बरामद किया है. उसके बाद जीआरपी ने सीधे कंट्रोल रूम को सूचना दी. तब जाकर माता पिता वहां पहुंचे और अपने बच्चों को देखकर खुश हो गए. वहीं पिता रंजीत कुमार ने बताया कि वह बेतिया में एमआर का काम करता है. पटना में अपने साले के गृह प्रवेश में आया हुआ था.

जीआरपी को धन्यवाद: बेतिया वापसी के समय पटना से मुजफ्फरपुर तक सवारी गाड़ी से पहुंचा. वहां से बेतिया जाने के लिए पोरबंदर एक्सप्रेस पकड़ना था. जैसे ही हमलोग स्टेशन पर पहुंचे, तब गाड़ी खुलने लगी थी. इसी बीच मेरा बेटा अनिकेत कुमार और बेटी अंशिका दोनों भाई बहन एकसाथ दौड़कर ट्रेन में चढ़ गए. हम दोनों वहीं स्टेशन पर खड़े रह गए. उसके बाद बच्चों को खोजा तब हमलोग दोनों में किसी को नहीं देखे. उसके बाद गायब होने की सूचना कंट्रोल रुम को दी थी. जहां से मेरे बच्चे सुरक्षित मिल पाए.

'बेतिया में एमआर का काम करते हैं. पटना में अपने साले के गृह प्रवेश में आए थे. यहां से लौटकर बेतिया जा रहे थे. तभी रेलवे स्टेशन पर बच्चा गुम हो गया. उसे ढूंढने में मोतिहारी जीआरपी ने बहुत मदद किया. इसके लिए हम इनलोगों को सैल्यूट करते हैं'.- रंजीत कुमार, पिता

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