मोतिहारी: मोदी सरकार पार्ट-1 में केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने पूर्वी चंपारण में किसानों के विकास के लिए कई कदम उठाए थे. फिलहाल पिपराकोठी को किसानों के तीर्थस्थल के रुप में विकसित करने के लिए काम चल रहा है.
जिले में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा करने के लिए केंद्रीय अधिकारियों की एक टीम पहुंची. अधिकारियों की टीम ने पिपराकोठी स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में संचालित विभिन्न संस्थानों के निर्माणाधीन कार्यों का निरीक्षण किया. टीम ने इस संबंध में एक समीक्षा बैठक भी की.
पिपराकोठी में चल रहा निर्माण कार्य तेजी से चल रहा निर्माण कार्य
पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह पिपरा कोठी को कृषि धाम बनाने की बात अपने पिछले कार्यकाल में कह चुके हैं. इस दिशा में कई कार्य हुए हैं. कई कार्य धरातल पर उतरने के लिए प्रक्रिया में है. यहां कृषि एवं वानिकी महाविद्यालय की नींव रखी गई थी. महाविद्यालय के भवनों का निर्माण तेजी से चल रहा है. यहां उन्नत पशु प्रजनन केंद्र, गुड़ प्रसंस्करण केंद्र, लीची अनुसंधान केंद्र, एनसीआर केंद्र के अलावे कृषि से जुड़े दर्जनों विभागों के केंद्र का निर्माण कार्य चल रहा है.
जगतवीर चौधरी, प्रबंध निदेशक (एनपीसीसीयू) केंद्रीय टीम के साथ पूर्व कृषि मंत्री रहे मौजूद
समीक्षा करने पहुंची केंद्रीय टीम में असम, कोलकाता और लखनऊ के कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अधिकारी शामिल हैं. निरीक्षण के दौरान पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री और स्थानीय सांसद राधा मोहन सिंह के साथ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्व विद्यालय पूसा के कुलपति समेत कई अधिकारी मौजूद थे. संस्थान प्रबंधक के अनुसार इसका निर्माण कार्य डा. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्व विद्यालय के अधीन कराया जा रहा है. सभी कार्य समय पर पूरे कर लिए जाएंगे.
निर्माण कार्य करने पहुंची केंद्रीय अधिकारियों की टीम