मोतिहारी: केंद्र सरकार की ओर से चीन के 59 मोबाईल एप पर प्रतिबंधित लगाने पर जिले के हर तबके के लोगों ने समर्थन किया. आम लोगों के साथ हीं छात्र, युवा और व्यवसायियों ने चीनी मोबाईल एप के प्रतिबंध लगाने पर केंद्र सरकार की सराहना की हैं. साथ ही स्वदेशी मोबाईल एप विकसित कर उसका उपयोग करने का संकल्प भी दोहराया है.
ईटीवी भारत से बात करते स्थानीय लोग मोबाईल से रिमूव किया चीनी एप
इंटर का छात्र प्रेम कुमार ने चीनी के मोबाईल एप को प्रतिबंधित करने के केंद्र सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए बताया कि उसने भी अपने मोबाईल से टिक-टॉक समेत तमाम चीनी एप को रिमूव कर दिया है. क्योंकि चीनी एप हमारे डाटा को चुराते हैं. वहीं, आकाश कुमार ने बताया कि चीन कभी भी हमारा दोस्त बनकर नहीं रहा और हमारे देश का वह हमेशा विरोध करता है. इसलिए चीन के एप का उपयोग करके उसे फायदा नहीं पहुंचायेंगे. हमलोग अपने देश में एप बनायेंगे और उसी एप का उपयोग करेंगे.
'चीन को आर्थिक नुकसान पहुंचान जरुरी'
स्थानीय देवेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि चीन के एप का भारत में काफी उपयोग होता है. जिससे वहां के कम्पनियों को फायदा होता है. इसलिए उसे आर्थिक रुप से कमजोर करने के लिए भारत सरकार द्वारा उठाया जा रहा हर कदम सही है. उन्होंने कहा कि दूसरी तरफ भारतीय सेना अपनी सैन्य ताकत दिखाने के लिए सीमा पर भी तैनात है. रेडिमेड कपड़ों के व्यवसायी इमरान अहमद ने कहा कि सरकार ने चीन के मोबाईल एप को प्रतिबंधित करके बहुत अच्छा काम किया है. उन्होंने कहा कि भारत भी अपना एप विकसित करेगा.
'चीन के खिलाफ लोगों में आक्रोश'
बता दें कि गलवन घाटी में चीन के साजिश के खिलाफ पूरे देश में आक्रोश व्याप्त है और लोगों ने चीन निर्मित सामानों का बहिष्कार करना शुरु कर दिया है. लिहाजा 59 चीनी मोबाईल एप प्रतिबंधित किए जाने के केंद्र सरकार के घोषणा के साथ मोतिहारी के लोग भी खड़े दिखाई दे रहे हैं. मोतिहारी के लोगों ने भी अपने मोबाईल से टिक-टॉक,यूसी ब्राउजर समेत तमाम चीनी एप को हटाना शुरु कर दिया है.