मोतिहारी: विश्वव्यापी हो चुके कोरोना वायरस के संक्रमण का खौफ आस्था पर भारी पड़ रहा है. कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर प्रशासनिक सख्ती और निर्देश के कारण मोतिहारी शहर के छठ घाट सुने पड़े रहे. लोगों ने सूर्योपासना के महापर्व चैती छठ का संध्या अर्घ्य अपने घरों से ही दिया. शहर के सिर्फ धर्मसमाज छठ घाट पर एक परिवार अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने पहुंचा. इस दौरान श्रद्धालुओं ने सोशल डिस्टेंसिंग का भी ख्याल रखा. पानी में खड़े होकर अर्घ्य दे रही तीन व्रतियों ने भी दूरी बनाकर भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया.
कोरोना इफेक्ट: सोशल डिस्टेंसिंग के जरिए भगवान भास्कर को अर्घ्य, घाटों पर नहीं उमड़ी भीड़
कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर जिला प्रशासन ने किसी भी तरह के सार्वजनिक, धार्मिक पूजा-पाठ पर तत्काल रोक लगा रखी है. छठ के लिए भी जिला प्रशासन ने व्रतियों से अपने घर की छत पर या आंगन में सूर्य को अर्घ्य देने की अपील की थी. साथ हीं अर्घ्य देने के दौरान दूरी बनाकर रखने का आग्रह भी किया था.
अर्घ्य के दौरान सामाजिक दूरी का रखा गया ख्याल
घाट पर अर्घ्य देने पहुंची व्रती के परिजन ने बताया कि घाट पर सामाजिक दूरी का ख्याल रखा गया है. यहां परिवार के लोगों ने मुंह को भी ढ़क कर रखा है. उन्होंने बताया कि उनके परिवार के लोगों ने घाट की सफाई खुद ही की है. वायरस के प्रकोप को देखते हुए साफ-सफाई का पूरा ख्याल रखा गया है. संक्रमण के मद्देनजर घाट के चारों ओर चूना पाउडर का भी छिड़काव भी किया गया है.
घरों के छत अथवा दरवाजे पर अर्घ्य देने की अपील
दरअसल कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर जिला प्रशासन ने किसी भी तरह के सार्वजनिक, धार्मिक पूजा-पाठ पर तत्काल रोक लगा रखी है. छठ के लिए भी जिला प्रशासन ने व्रतियों से अपने घर की छत पर या आंगन में सूर्य को अर्घ्य देने की अपील की थी. साथ हीं अर्घ्य देने के दौरान दूरी बनाकर रखने का आग्रह भी किया था.