मोतिहारी:बिहार के मोतिहारी महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के नए कुलपति ने पदभार ग्रहण किया. इस दौरान नए कुलपति प्रो. संजय श्रीवास्तव का भव्य स्वागत किया गया. सोमवार को अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया. MGCU के कुलपति प्रोफेसर संजय श्रीवास्तव ने पदभार करने के बाद संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया. पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि वह जल्द हीं केंद्रीय विश्वविद्यालय में नई शिक्षा नीति के आधार पर पठन-पाठन को बेहतर बनाने पर कार्य करेंगे. इसको लेकर तैयारी शुरू की जाएगी.
MGCU Motihari: नए कुलपति ने किया पदभार ग्रहण, बोले- 'नई शिक्षा नीति के तहत शुरू होगी पढ़ाई' - Etv Bharat Bihar
महात्मा गांधी केंद्रीय विश्व विद्यालय के नवनियुक्त कुलपति प्रो. संजय श्रीवास्तव के पदभार ग्रहण किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के सभी टाइम डेड लाइन को फॉलो करना आवश्यक है, क्योंकि यह समग्र शिक्षा नीति है. यह भारत को विश्वगुरु और एक महाशक्ति बनाने के दिशा में काम करती है. पढ़ें पूरी खबर...
नई शिक्षा नीति के तहत होगी पढ़ाईः नवनियुक्त कुलपति प्रो. संजय श्रीवास्तव ने कहा कि विश्व विद्यालय को भौतिक स्वरुप में लाना प्राथमिकता है. अभी तक विश्व विद्यालय प्रिंटेड बिल्डिंग में चल रहा है. जिस कारण हमलोग एक सीमा में बंध जाते हैं और बहुत सारे नए कोर्स शुरु नहीं कर सकते हैं. अंडर ग्रेजुएट कोर्सेज की समस्या है. विश्व विद्यालय का अपना भवन नहीं होने के कारण हॉस्टल की भी समस्या है. इसके अलावा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के सभी टाइम डेड लाइन को फॉलो करना आवश्यक है. उसे लागू करके उसपर आगे बढ़े. समग्र शिक्षा नीति रिसर्च और डेवलपमेंट को आगे बढ़ाने का काम करती है. यह भारत को विश्वगुरु और एक महाशक्ति बनाने के दिशा में काम करती है. इसलिए यह इस विश्व विद्यालय का दायित्व और कर्तव्य है कि हम उसको अच्छे ढ़ंग से पूरा करेंगे. उससे कई लाभ होंगे. यह पूरा क्षेत्र शैक्षणिक दृष्टि से पूरा होगा.
पांच वर्षों का कार्यकाल होगाः बता दें कि भारत के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने काशी हिन्दू विश्व विद्यालय के राजनीतिक विज्ञान विभाग के प्रो. संजय श्रीवास्तव को मोतिहारी स्थित महात्मा गांधी केंद्रीय विश्व विद्यालय का कुलपति नियुक्त किया है. इनका कार्यकाल पांच वर्षों का होगा. वे बीएचयू कोर्ट के सदस्य और स्कूल बोर्ड के उपाध्यक्ष रहने के साथ हीं कई महत्वपूर्ण समितियों में भी हैं. इसके अलावा वह नई दिल्ली स्थित जामिया मिलिया इस्लामिया में कार्य परिषद् और वित्त समिति के सदस्य के तौर पर अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन कर रहे हैं. देश-विदेश के कई विश्वविद्यालयों में वह विशेष व्याख्यान दिया है. उन्हें यूजीसी कैरियर अवॉर्ड भी मिल चुका है.