मोतिहारी:पूर्वी चंपारण (Motihari Crime News) पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. यहां कुछ दिन पहले अरेराज अनुमंडलीय कोर्ट के गेट पर सब जज के आदेशपाल संजय ठाकुर की गोली मारकर हत्या (Murder of Areraj Civil Court Staff In Motihari) हुई थी. इस मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया. हत्यारा और कोई नहीं, बल्कि आदेशपाल का ही इकलौता पुत्र आयुष कुमार उर्फ जानू निकला. जिसने हत्या को अंजाम देने के लिए अपराधियों को (Murder Case of Sanjay Thakur) पांच लाख की सुपारी दी थी.
यह भी पढ़ें:मोतिहारी में जज के आदेशपाल की हत्या, बदमाशों ने कोर्ट परिसर में मारी गोली
मृतक का महिला से अवैध संबंध:संजय ठाकुर का एक औरत के साथ अवैध संबंध होने से उनका पुत्र आयुष कुमार उर्फ जानू नाराज था. जिस कारण आयुष ने अपने पिता की हत्या की 5 लाख की सुपारी अपराधियों को दिया था. पुलिस ने साजिशकर्ता पुत्र आयुष कुमार उर्फ जानू के अलावा शूटर हरिशंकर कुमार समेत हत्याकांड में शामिल अपराधी रंजीत राम,ओमप्रकाश राम और उज्जवल कुमार उर्फ नमन को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने अपराधियों के पास से एक पिस्तौल, चार जिंदा कारतूस और 5 मोबाइल बरामद किया है.
बदमाशों को ऑनलाइन पेमेंट कर दी सुपारी: एसपी डॉ कुमार आशीष(SP Dr Kumar Ashish) ने बताया कि अरेराज अनुमंडलीय न्यायालय के आदेश पाल संजय ठाकुर की कोर्ट कैंपस में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. संजय ठाकुर की हत्या उसके बेटे ने ही सुपारी किलर से कराई थी. संजय ठाकुर की अगरवा स्थित मकान में किराये पर रहने वाली एक महिला से गलत संबंध था. संजय ठाकुर उस महिला के नाम से तीन कट्ठा जमीन रजिस्ट्री करने वाले थे.
इसी से नाराज संजय ठाकुर के पुत्र आयुष ने अपने पिता की हत्या की सुपारी अपराधियों दी थी. जिसके लिए आयुष ने पे फोन के माध्यम से 20 हजार रुपया अग्रिम दिया था और बाकी के रुपया को श्राद्ध कर्म खत्म हो जाने के बाद देना था. एसपी के अनुसार मृतक संजय ठाकुर का पुत्र आयुष कुमार मर्चेंट नेवी में है और गिरफ्तार सभी अपराधियों के खिलाफ स्पीडी ट्रायल चलाकर उन्हें सजा दिलायी जाएगी.
यह है पूरा मामला:अरेराज व्यवहार न्यायालय के आदेशपाल संजय ठाकुर विगत 20 अगस्त को मोतिहारी से बस द्वारा अरेराज व्यवहार न्यायालय में ड्यूटी करने गए थे. बस से उतर कर पैदल कोर्ट जा रहे आदेशपाल संजय ठाकुर को अपराधी ने न्यायालय के गेट पर गोली मार दी. गोली संजय ठाकुर के पीछे से कंधा को चीरते हुए सीना में जाकर धंस गया. आनन-फानन में संजय ठाकुर को अरेराज अनुमंडलीय अस्पताल लाया गया. जहां प्राथमिक उपचार करने के बाद चिकित्सकों ने मोतिहारी रेफर कर दिया.
मोतिहारी निजी नर्सिंग होम में इलाज के दौरान संजय ठाकुर की मौत हो गई. आदेशपाल संजय ठाकुर हत्याकांड को लेकर एसपी डॉ कुमार आशीष ने अरेराज एसडीपीओ रंजन कुमार के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया था. एसआईटी ने सीसीटीवी फुटेज के अलावा वैज्ञानिक तरीके से अनुसंधान के आधार पर पुलिस ने संजय ठाकुर हत्याकांड का खुलासा करते हुए मामले का खुलासा कर दिया.