मोतिहारी : जिले के पकड़ीदयाल प्रखंड स्थित सिरहा गांव निवासी मुन्ना कुमार ने अपना और देश का नाम रौशन किया है. मालदीव के युवा एवं खेल मंत्रालय की ओर से आयोजित ग्लोबल यूथ पीस एंबेसडर के प्रशिक्षण कार्यक्रम में उन्हें विशिष्ट अतिथि के रुप में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है. जहां मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मो. नशीद उन्हे शांति मेडल से सम्मानित करेंगे.
पूर्व राष्ट्रपति कलाम के साथ यूथ आइकन मुन्ना कुमार बचपन में अपनाया चोरी का रास्ता
बचपन में ही इलाज के अभाव में पिता की मौत और दहेज के कारण बहन की हत्या के बाद चार भाई-बहनों में छोटे मुन्ना ने चोरी का रास्ता अपना लिया. लक्ष्यहीन रास्ते पर चलते हुए उनके यूथ आईकन बनने का सफर काफी फिल्मी है. पेट की आग बुझाने के लिए चोरी का रास्ता चुनने वाले मुन्ना ने मां की तकलीफ देख कर अपनी राह बदल ली. घर संभालने के लिए उन्होंने फल बेचना शुरु किया, और उससे होने वाले फायदे से उन्होंने अपनी पढ़ाई शुरु की. इसके बाद उन्होंने फिर कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा.
अपने एजुकेशन लोन से बनाया ख्वाब फाउंडेशन
नक्सल प्रभावित क्षेत्र में घर होने के कारण वहां शिक्षा का काफी अभाव देखकर मुन्ना ने अपनी पढ़ाई के दौरान अपने एजुकेशन लोन से ही ख्वाब फाउंडेशन नाम से एनजीओ की शुरुआत की और अपने जैसे गरीब और असहाय बच्चों की शिक्षा के लिए लगातार काम करते रहे. किसी भी सरकारी या बाहरी मदद के बिना मुन्ना अपने बल पर गरीब बच्चों के लिए आज भी स्कूल चलाते हैं. उनके इसी जुनून ने उन्हें राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई.
मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति करेंगे शांति मेडल से सम्मानित
युवा सशक्तिकरण और शिक्षा के माध्यम से समाज में जागरुकता फैलाने के लिए यूथ आइकन मुन्ना के योगदान को मालदीव के युवा एवं खेल मंत्रालय सम्मानित करने जा रहा है. मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति और वर्त्तमान में माले संसद के स्पीकर मो. नशीद उन्हें शांति मेडल से सम्मानित करेंगे. राजधानी माले में 28 अगस्त से 1 सितंबर तक आयोजित होने वाले कार्यक्रम में 30 से ज्यादा देशों के 200 प्रतिनिधि भाग लेंगे. बेटे को मिल रही प्रसिद्धि से उनकी मां भी बेहद खुश है. बीते दिनों की तकलीफ का दर्द तो उन्हें सालता ही है लेकिन वे अपने बेटे को कामयाबी के शिखर पर जाने का आशिर्वाद देते नहीं थकती.
यूथ आइकन मुन्ना कुमार की कहानी