मोतिहारी: जिले में बिना टेंडर के साढ़े चार करोड़ की दवा खरीद घोटाला मामले में जब्त दवायें एक्सपायर हो गयी हैं. डीएम के आदेश पर जब्त की गई दवा के कमरे का सील तोड़ा गया. मोतिहारी सदर अस्पताल में वर्षों से बंद सेंट्रल ड्रग स्टोर के सील को सदर अनुमंडल दंडाधिकारी की उपस्थिति में तोड़ा गया. स्टोर में रखी दवाओं के मिलान के बाद एक्सपायर दवाओं को नष्ट किया जाएगा.
जब्त साढ़े चार करोड़ की दवा हुई एक्सपायर, सदर अस्पताल में बिना टेंडर के की गई थी खरीद
इसके बाद विभागीय जांच के बाद वर्ष 2016 में नर्सिंग के निदेशक प्रमुख ने तत्कालीन सिविल सर्जन प्रशांत कुमार को आरोपियों पर प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया. प्रशांत कुमार ने सीएस मीरा वर्मा सहित 24 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई.
बिना किसी टेंडर के 4 करोड़ की खरीदी गई दवा
साल 2014-15 में तत्कालीन सिविल सर्जन मीरा वर्मा के कार्यकाल में चार करोड़ पचास लाख सत्तर हजार की दवाएं बिना किसी टेंडर के ही जिला स्वास्थ्य विभाग ने खरीद लिया. जिसकी जानकारी तत्कालीन जिलाधिकारी जितेंद्र श्रीवास्तव को हुई. लिहाजा डीएम के आदेश पर डीडीसी के नेतृत्व में एक टीम ने जांच शुरु की, तो दवा खरीद मामले में भारी अनियमितता मिली. साढ़े चार करोड़ के बदले पटना के एक एजेंसी से मात्र 88 लाख की दवा ही खरीदी गई थी. जिसके बाद जिलाधिकारी ने तत्काल दवा को जब्त कर सील करने का ऑर्डर दे दिया था.
24 लोगों के खिलाफ दर्ज की गई प्राथमिकी
इसके बाद विभागीय जांच के बाद वर्ष 2016 में नर्सिंग के निदेशक प्रमुख ने तत्कालीन सिविल सर्जन प्रशांत कुमार को आरोपियों पर प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया. प्रशांत कुमार ने सीएस मीरा वर्मा सहित 24 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई. इधर दवाओं का मिलान जारी है और दवा का मिलान हो जाने के बाद उसकी विस्तृत रिर्पोट डीएम को सौंपी जाएगी.