मोतिहारी:रूस यूक्रेन युद्ध (Russia Ukraine War) के कारण यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों की स्वदेश वापसी(Evacuation of Indian Students from Ukraine) का सिलसिला जारी है. बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के भी लगभग 50 छात्रों के यूक्रेन में फंसे होने की आशंका जिला प्रशासन ने जाहिर की है. हालांकि उनमें से कई छात्र सुरक्षित बाहर निकल चुके हैं. इस बीच जिले के घोड़ासहन प्रखंड क्षेत्र स्थित पुरनहिया गांव का रहने वाला ऋतिक राज 5 मार्च को देर रात मोतिहारी पहुंचा है. ढाका से बीजेपी विधायक पवन जायसवाल (BJP MLA Pawan Jaiswal) ने उससे मुलाकात की और उसका कुशलक्षेम पूछा. इस दौरान यूक्रेन से लौटे छात्र ने बताया कि यूक्रेन में हर तरफ तबाही का मंजर (Massive Destruction in Ukraine) है. लोग पल-पल दहशत के साए में जी रहे हैं.
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यूक्रेन में खाने-पीने की दिक्कत: ऋतिक राज यूक्रेन के खारकीव स्थित बीएन काराजिन मेडिकल कॉलेज में द्वितीय वर्ष का छात्र है. ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए उसने बताया कि यूक्रेन में हर पल दहशत के साए में लोग समय गुजर रहे हैं. उसने बताया कि वहां खाने की दिक्कत होने लगी है. पीने का पानी भी नहीं मिल रहा है. भूखे प्यासे वहां छात्र अपना समय गुजार रहे हैं. इस दौरान यूक्रेन के हालात को बताते हुए ऋतिक राज खुद भावुक हो गया. उसकी बातों को सुनकर वहां उपस्थित लोग भी भावुक हो गए. ऋतिक ने यूक्रेन में फंसे अपने अन्य साथियों के जल्द स्वदेश वापसी सुनिश्चित कराने के लिए केंद्र सरकार से गुजारिश की है.
बंकरों में छुपे हैं कई छात्र: ऋतिक के मुताबिक लोग बंकरों में छुपे हुए हैं. किसी तरह दहशत के माहौल में वहां पर समय गुजर रहा है. उसने बताया कि वहां फंसे छात्र डिप्रेशन में चले गए हैं. युद्ध शुरू होने के पहले सरकार की एडवाइजरी जारी करने के बावजूद छात्रों के नहीं लौटने पर उसने बताया कि कॉलेज ने भी गलती की और दूतावास से जारी एडवाइजरी स्पष्ट नहीं थी. उससे भ्रम की स्थिति हो गई. ऋतिक अब अपने और अपने साथियों के आगे की पढ़ाई को लेकर भी चिंतित है. उसने बताया कि कॉलेज प्रशासन द्वारा आगे ऑनलाइन पढ़ाई की बात कही जा रही है.