मोतिहारी: मंगलवार को मौसम ने करवट लिया. आसमान से हुई ओले की बरसात ने पूरे जमीन को चादर की तरह ढक दिया. इस ओले का सबसे ज्यादा मजा लोगों ने लिया. मानों जैसे मोतिहारी नहीं कोई हिल स्टेशन हो. पूरी सड़क बर्फ की चादर से लिपटी हुई दिखी. वहीं, लोगों ने इसका जमकर लुत्फ उठाया.
जब मोतिहारी बना मनाली तो लोग बोले- वाह क्या बात है! - मोताहरी में बारिश
मोतिहारी समेत कई जिलों में जमकर ओलावृष्टी हुई. इस ओलावृष्टी में कई लोग झूमते नजर आए तो कईयों की आंखें नम दिखीं. इस बारिश के कारण सबसे ज्यादा खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ेगा.
आसमान से हुई बर्फ की बरसात
मंगलवार को मोतिहारी सहित मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, समस्तीपुर, मधुबनी और दरभंगा सहित कई जिलों में जमकर बारिश हुई. इस दौरान आसमान से ओले भी गिरी. बर्फबारी ने लोगों के अंदर एक अलग ही रूची जगाई. लोग सड़क हो या छत, बर्फ के साथ खेलने में मशरूफ रहे. इस मौसम का मजा ले रहे लोगों ने कहा कि बिनी पैसा खर्च किए हम किसी हिल स्टेशन पहुंच चुके हैं. इस मौसम का आनंद ले लोगों ने कहा वाह क्या बात है. हालांकि, बदलते मौसम की जानकारी मौसम विभाग ने पहले ही दी थी.
ओलावृष्टी से किसानों को हुआ नुकसान
इस ओलावृष्टी बारिश ने कितनों के दिल जीतें तो कितनों के आखों में पानी ला दिया. भारी बारिश के कारण सबसे ज्यादा नुकसान किसानों को झेलना पड़ा. इस बेमौसम बरसात ने रबी फसलों को नुकसान पहुंचाया है. इसके साथ-साथ दलहन की खेती, गेहूं, आलू, सरसों, रहर, मसूर और हरा साग-सब्जियों को भारी नुकसान हुआ है.