मोतिहारी: संघ लोक सेवा आयोग ने सिविल सेवा 2018 का परिणाम घोषित कर दिया गया है. यूपीएससी के जारी रिजल्ट में पूर्वी चंपारण जिले से दो अभ्यर्थियों ने स्थान पाया है. इस बार रामगढ़वा प्रखंड के रहने वाले मिड्ल स्कूल के शिक्षक की पुत्री शफकत आमना ने यूपीएससी के फाइनल रिजल्ट में 186वां रैंक लाया है.
वहीं, मोतिहारी के मिस्कॉट के रहने वाले गया इंजीनियरिंग कॉलेज में भौतिक शास्त्र के प्रोफेसर जमील अहमद के पुत्र गौहर हसन ने 137वां रैंक लाया है.
रामगढ़वा की शफकत आमना ने जहां तीसरी बार में यूपीएससी कम्पलिट किया है. वहीं, गौहर हसन ने पांचवीं बार में सिविल सेवा के फाइनल रिजल्ट में अपना स्थान बनाया है. जिससे इनके परिवार और क्षेत्र में खुशी का माहौल है. हालांकि शफकत आमना अभी दिल्ली में हैं और गौहर हसन गया में अपने माता-पिता के साथ हैं.
गौहर हसन के परिवार वालों का बयान नौकरी के साथ जारी रखी पढ़ाई
गौहर पढ़ाई-लिखाई में शुरु से एक औसत छात्र रहे हैं. लेकिन, धुन के पक्के व्यक्तित्व के मालिक हैं. चार भाई बहनों में दूसरे नंबर के गौहर ने मोतिहारी के शांति निकेतन जुबली स्कूल से मैट्रिक की परीक्षा प्रथम श्रेणी में उतीर्ण करने के बाद दिल्ली के जामिया मिलिया से उन्होंने डिप्लोमा कोर्स किया. उन्होंने आगे B.Tech तक की पढ़ाई की. इस बीच गौहर ने कुछ दिन नौकरी भी की. फिर नौकरी छोड़ सिविल सेवा की तैयारी करने लगे.
परिवार मे खुशी का महौल
मन में सिविल सेवा की धुन सवार किए, उसकी तैयारी जारी रखी और पांचवी बार में सिविल सेवा की फाइनल रिजल्ट में 137वां रैंक लाकर अपने परिवार और क्षेत्र का नाम रोशन किया है. गौहर की बहन, जो एफसीआई में नौकरी करती है और बहनोई पेशे से चिकित्सक हैं. उन्होंने गौहर की सफलता पर खुशी जाहिर की. गौहर के चाचा की खुशी उसकी सफलता से छुपाये नहीं छुप रही है. मैट्रिक तक गौहर को पढ़ाने वाले शिक्षक को भी अपने शिष्य के सफलता पर गर्व महसूस हो रहा है.