बाढ़ प्रभावित इलाकों का निरीक्षण करते हुए डीएम और एसपी मोतिहारीःवाल्मीकि नगर बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद गंडक नदी के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है. जिसका असर पूर्वी चंपारण जिला में गंडक के पेटी में बसे गांवों में दिखने लगा है. संग्रामपुर प्रखंड के पुछरिया और भवानीपुर मलाही टोला में गांडक का पानी प्रवेश कर गया है. जिस कारण गंडक के पेटी में बसे गांवों के लोग अपने घरों को छोड़कर गंडक नदी के तटबंध पर शरण लेने के लिए आने लगे हैं. जबकि, अभी भी कई लोग गांव में हीं हैं.
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पूर्वी चंपारण जिले में बाढ़ का कहर: गंडक नदी के जलस्तर के बढ़ने के बाद बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में डीएम सौरभ जोरवाल और एसपी कान्तेश कुमार मिश्रा नाव से पहुंचे. पानी आने के बावजूद पुछरिया गांव में रुके लोगों से नाव से मिलने पहुंचे डीएम और एसपी ने से सुरक्षित स्थान पर चले जाने की अपील की. साथ हीं इस आपदा की घड़ी में बाढ़ पीड़ितों को हर संभव मदद देने की बात कही.
डीएम और एसपी ने बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र का किया निरीक्षण: बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का नाव से निरीक्षण करने के बाद डीएम और एसपी ने गंडक नदी के तटबंधों की स्थिति देखी. इस दौरान डीएम ने मौके पर मौजूद अधिकारियों को कई आवश्यक निर्देश दिया. उन्होंने अधिकारियों को गंडक के जलस्तर पर नजर बनाये रखने की हिदायत दी. जलस्तर में बढ़ोतरी होने पर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को यथाशीघ्र सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने की व्यवस्था करने का निर्देश दिया.
"हमारे पदाधिकारी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में घुम रहे हैं. मुख्य रुप से हमलोग देख रहे हैं कि तटबंध हमारे सुरक्षित है की नहीं. नदी में पानी तो आना है लेकिन तटबंध सुरक्षित रहना चाहिए. जिला में सिर्फ बंगरी नदी का तटबंध टूटा है. जो शाम तक ठीक हो जाएगा. बाकी सभी जगह स्थिति ठीक है."- सौरभ जोरवाल, डीएम, पूर्वी चंपारण