मोतिहारी: भयानक गर्मी के बाद अब पूरा प्रदेश तेज बारिश से त्रस्त है. एक सप्ताह से हो रही बारिश ने लोगों का जीना मुहाल कर रखा है. जनजीवन बुरी तरह बाधित है. कई बच्चों की मौत भी हो चुकी है. बाढ़ के पानी ने मोतिहारी जिले में भी तांडव मचा रखा है.
तेज धार में बह गए लोग
सोमवार को बाढ़ के पानी में डूबने से 9 लोगों की मौत हो गई. मरने वालों में अधिकांश बच्चे शामिल हैं. यह बच्चे ऊफनती नदी देखने गए और काल के गाल में समा गए. मृतकों में सात बच्चे और दो किशोर हैं. एक बच्चे की लाश अभी तक मिल नहीं पाई है. लेकिन, यह अनुमान लगाया जा रहा है कि तेज धार में वह बह गया होगा.
8 जुलाई से पांच दिन हुई लगातार बारिश
मालूम हो कि मोतिहारी में बीते 8 जुलाई से लगातार पांच दिनों तक मूसलाधार बारिश हुई. वहीं, रही सही कसर नेपाल से आए पानी ने पूरी कर दी है. बारिश के कारण पहले से ही गड्ढ़े और तालाब भरे हुए थे. रोजाना मरने वालों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. ऐसे में गांव और ग्रामीणों में चीख-पुकार मची हुई है.
ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट किस प्रखंड में क्या हुई घटना?
- बंजरिया प्रखंड के रोहिनिया पंचायत स्थित बुढ़वा गांव में बाढ़ के पानी के चपेट में पांच बच्चे आ गए. ग्रामीणों ने दो बच्चों को बचा लिया. लेकिन, तीन मासूमों की जिंदगी बाढ़ ने छीन ली.
- तुरकौलिया प्रखंड के जयसिंहपुर मौजे गांव में स्नान के दौरान दो मासूम की डूबने से मौत हो गई.
- मुफसिल थाना के सुरहा गांव में खेत देखने गए दो युवक बह गए. जिनमें से एक का शव बरामद कर लिया गया है और एक की तलाश जारी है.
- चिरैया प्रखंड के शेखटोली और तेतरिया प्रखंड के फाजिलपुर गांव में बाढ़ के पानी में खेल रहे एक-एक बच्चे की मौत हो गई.