मोतिहारी: जिला पुलिस नेछतौनी थाना (Chhatauni Police Station ) क्षेत्र में विगत 25 अगस्त को लूटपाट के दौरान हुए स्वर्णकार सच्चिदानंद प्रसाद हत्याकांड (Sachchidanand Prasad murder case) का खुलासा कर दिया है. घटना में शामिल पांच अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
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अपराधियों के पास से पुलिस ने घटना के दौरान लूटे गए 12 किलो चांदी के जेवरात, घटना में प्रयुक्त तीन देसी कट्टा, तीन कारतूस, एक कार और दो किलो 200 सौ ग्राम मादक पदार्थ बरामद किया है. इस हत्याकांड का खुलासा होने के साथ ही शहर में हुई कई लूट की घटनाओं का भी पर्दाफाश हुआ है, जिसकी रिपोर्ट थाना में दर्ज नहीं कराई गई थी.
हत्याकांड का खुलासा करते हुए एसपी नवीन चंद्र झा ने बताया कि स्वर्णकार सच्चिदानंद प्रसाद हत्याकांड की जांच चल रही थी. इसी दौरान बीती रात गुप्त सूचना के आधार पर एक कार में सवार तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार अपराधियों के निशानदेही पर दो अन्य अपराधी पकड़े गए.
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एसपी के अनुसार गिरफ्तार अपराधियों में प्रदीप कुमार, सनोज कुमार, पप्पू साह, सौरभ कुमार और नरेश सहनी है. जिसमें प्रदीप कुमार और सनोज कुमार का आपराधिक इतिहास है. एसपी नवीन चंद्र झा ने बताया कि यह गिरोह वैसे घर को निशाना बनाता था. जिस घर में ज्यादा सदस्य नहीं होते थे. गिरोह के सदस्य लूटपाट के दौरान नशा का इंजेक्शन घर के सदस्यों को दे देते थे और आराम से लूटपाट करते थे. लेकिन सच्चिदानंद प्रसाद को अपराधियों ने दवा का ओवरडोज दे दिया था, जिस कारण उनकी मौत हो गई.
बता दें कि छतौनी थाना क्षेत्र स्थित बैंक रोड में स्वर्णकार सच्चिदानंद प्रसाद अपने एक पोते के साथ किराए के मकान में रहते थे. विगत 25 अगस्त की रात में अपराधी सच्चिदानंद प्रसाद के घर में आए थे. बता दें कि सच्चिदानंद के साथ रहने वाला उनका पोता ही घटना का लाइनर था.
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अपराधियों ने सच्चिदानंद के घर आते ही उनका हाथ-पैर बांधकर उन्हें इंजेक्शन दे दिया था और मुंह पर टेप भी चिपका दिया. फिर घर में रखे कई किलो चांदी के जेवरात अपराधी लूट ले गए थे. लेकिन अपराधियों द्वारा नशा का ओवरडोज इंजेक्शन दिए जाने के कारण सच्चिदानंद प्रसाद की मौत हो गई थी.