मोतिहारीः बिहार के मोतिहारी में युवक ने आत्महत्या कर ली. घटना जिले के नगर थाना क्षेत्र की है. घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज छानबीन में जुट गई है. पुलिस के अनुसार युवक के कमरे से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें एक लड़की का का नाम लिखा हुआ है, जो युवक को ब्लेकमेल करती थी.
यह भी पढ़ेंःSaharsa News: सहरसा में छात्र ने की आत्महत्या, कुछ देर पहले ही चोरी हुआ था मोबाइल
मोतिहारी में युवक ने की आत्महत्याःमृतक की पहचान मलाही थाना क्षेत्र के मलाही गांव के रहने वाले अभिषेक कुमार(24) के रुप में हुई है. अभिषेक कुमार के पिता जटाशंकर प्रसाद ने बताया कि वे पटना रहते हैं. परिजनों के अनुसार अभिषेक सदर अस्पताल के पास एक महिला डॉक्टर के यहां कपाउंर का काम करता था. उसी अस्पताल में अभिषेक की ममेरी बहन भर्ती थी, उसकी देखने के लिए शनिवार को मोतिहारी आए थे. मरीज को डिस्चार्ज कराकर पटना लौट गए थे.
परिजनन पहुंचे मोतिहारीः परिजनों के अनुसार रविवार की सुबह उसे फोन किया तो उसने फोन नहीं उठाया. इसके बाद नर्सिंग होम के नर्स को फोन किया तो उसने बताया कि अभिषेक की तबियत खराब है. इसके बाद उसका भाई मणि प्रकाश मोतिहारी पहुंचा तो पता चला कि अभिषेक को छतौनी में एक नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया है. जब मणि प्रकाश नर्सिंग होम पहुंचा, तो उसकी मौत हो चुकी थी.
"भैया जिस नर्सिंग होम में काम करते थे, वहां पहुंचे तो मालूम हुआ कि उनकी तबियत खराब है. छतौनी के एक नर्सिंग होम में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है. वहां पहुंचे तो उनकी मौत हो चुकी थी. स्टाफ ने बताया कि रात में खाना खाकर सोये थे और सुबह उनकी तबियत खराब हो गयी."-मणि प्रकाश, मृतक का भाई
सुसाइड नोट बरामदः अभिषेक के पास से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें बंजरिया की एक लड़की का नाम लिखा हुआ है, जो लड़की ब्लैकमेल कर रही थी. आशंका है, उसी कारण युवक ने आत्महत्या कर ली है. सुसाइड नोट में माता, पिता, भाई और नर्सिंग होम के किसी स्टाफ को आत्महत्या के लिए जिम्मेवार नहीं बताया गया है. केवल एक लड़की का नाम लिखकर उसको हीं सुसाइड के लिए जिम्मेवार बताया गया है. पुलिस इसके बाद छानबीन में जुट गई है.
"एक युवक का शव एक नर्सिंग होम से बरामद किया गया है. युवक का एक सुसाइड नोट भी मिला है. परिजनों के तरफ से अभी तक कोई आवेदन नहीं मिला है. घटना की जांच की जा रही है. जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी."-कंचन भास्कर, छतौनी थानाध्यक्ष