मोतिहारी : बिहार में पूर्ण शराबबंदी है. बावजूद इसके लगातार इसकी सप्लाई होती है. विपक्ष 'होम डिलीवरी' का आरोप लगाता रहा है. ऐसे में पूर्वी चंपारण में उत्पाद पुलिस ने बड़े गिरोह का भांडाफोड़ किया है. व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से शराब का ऑर्डर लेकर होम डिलेवरी करने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है.
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मोतिहारी में व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर शराब की डिलीवरी : गुप्त सूचना के आधार पर उत्पाद पुलिस ने छतौनी थाना क्षेत्र के मठिया जीरात में छापेमारी कर शराब की होम डिलेवरी करने वाले तीन युवकों को गिरफ्तार किया. इनके पास से विदेशी शराब, बीयर और नेपाली शराब बरामद हुआ. गिरफ्तार युवको में गोपाल कुमार राम, उसका सगा भाई कन्हैया कुमार और चचेरा भाई करण कुमार शामिल है.
रात 12 बजे के बाद सजती थी 'मंडी' :इनकी गिरफ्तारी से यह खुलासा हुआ कि रात में नेपाल का तस्कर सप्ताह में दो दिन शराब की डिलीवरी 12 बजे रात के बाद एनएच पर एक नर्सिंग होम के पास करता था. जिस शराब को वह तीन भाई मिलकर होम डिलीवरी करते हैं. जिसका ऑर्डर व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से मिलता था.
''व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से शराब के होम डिलीवरी की जानकारी मिली. उत्पाद इंस्पेक्टर दीपक कुमार सिंह और इकरामुल हक के नेतृत्व में टीम बनाकर छापेमारी की गई. इस दौरान तीन तस्करों को विदेशी शराब, बीयर और नेपाली शराब के साथ गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार युवक शराब की खेप पहुंचाने वाले तस्कर का नाम नहीं बता पाए. हालांकि, उनसे पूछताछ चल रही है. इन लोगों ने शहर के कुछ अन्य शराब कारोबारियों का नाम बताया है. जिनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है.''- अमृतेश कुमार, उत्पाद अधीक्षक, पूर्वी चंपारण
कैसे चलता था होम डिलीवरी का खेल ? : पूछताछ में गोपाल ने बताया कि नेपाल का एक तस्कर बुधवार और शुक्रवार की रात 2:00 बजे से लेकर 4:00 बजे के बीच शराब की खेप एक नर्सिंग होम के पास पहुंचा देता है. जिसकी होम डिलीवरी वह करता है. वहीं गोपाल के चचेरे भाई करण ने बताया कि वह स्कूटी से शराब की होम डिलीवरी करता है. जिसके लिए उसे पांच हजार रुपया महीना मिलता है.