मोतिहारी: जमीन रजिस्ट्री को लेकर सरकार द्वारा बनाया गया नया नियम लोगों के लिये परेशानी का सबब बनता दिख रहा है. बिना किसी पूर्व तैयारी के अचानक से जमीन के रजिस्ट्री के नियमों में बदलाव करने से एक तरफ आम लोगों की परेशानी बढ़ गई है तो वहीं सरकारी राजस्व में भी अचानक कमी आ गयी है. मोतिहारी का जिला निबंधन कार्यलय आजकल सूना-सूना नजर आ रहा है.
जमीन खरीदने और बेचने वालों की भीड़ से हमेशा गुलजार रहने वाला पूर्वी चंपारण का जिला निबंधन कार्यालय नियमों में बदलाव के बाद से खाली-खाली सा हो गया है. जमीन रजिस्ट्री को लेकर सरकार के नए नियम से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. सरकार ने नए नियम को लागू करने के पहले दाखिल-खारिज और कागजातों को दुरुस्त कराने के लिए सरकारी स्तर पर कोई पहल नहीं की. लिहाजा, जरुरतमंद लोगों को काफी परेशानी हो रही है. पुस्तैनी जमीन के कागजात कई पीढ़ियो बाद तक दुरुस्त नहीं होने से जमीन बेचकर मांगलिक और अन्य कार्य करने के भरोसे रहने वाले लोगों के सामने परेशानियों का पहाड़ खड़ा हो गया है.