मोतिहारी:चिराग पासवान (Chirag Paswan ) आशीर्वाद यात्रा ( Ashirwad Yatra ) पर हैं. पार्टी और परिवार में टूट के बाद वे बिहार की जनता से आशीर्वाद ले रहे हैं. इसी क्रम में वे पूर्वी चंपारण के मोतिहारी पहुंचे और जनता से आशीर्वाद लिया, लेकिन वो दर्द जो अपनों ने उन्हें दिया है उसे छिपा नहीं सके.
वहीं, चाचा पशुपति कुमार पारस और चचेरे भाई प्रिंस राज की अमित शाह से हुई मुलाकात के बाद भाजपा ( BJP ) के दरवाजे उनके लिए बंद हो जाने के बारे में पूछे जाने पर चिराग पासवान ने कहा कि 'मैं दूसरे के साथ की अपेक्षा कैसे कर सकता हूं, जब मुझे अपनों ने ही धोखा दे दिया है.'
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चिराग पासवान ने शुरू में तो आशीर्वाद यात्रा के क्रम में इस सवाल के पूछे जाने को लेकर कहा कि सही समय नहीं होने की बात कहते हुए बताया कि वह अपने पिता के सपनों को पूरा करने के लिए निकले हैं. 'बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट' अभियान उनका मकसद है और उन्हें बिहार की जनता का पूरा समर्थन मिल रहा है.