मोतिहारी:केंद्र सरकार की ओर से जिला अस्पतालों को दिए जाने वाले कायाकल्प पुरस्कार के चयन के लिए तीन सदस्यीय आकलन टीम मोतिहारी सदर अस्पताल पहुंची. इस टीम का नेतृत्व डॉ. प्रवीण मोहराणा कर रहे थे. इस दौरान राज्य स्वास्थ समिति के वित्तीय सलाहकार डॉ. नमित, बायोमेडिकल वेस्ट विभाग के असिस्टेन्ट डायरेक्टर डॉ. पियूष कुमार चंदन मौजूद रहे.
मोतिहारी: सदर अस्पताल में निरीक्षण को पहुंची केंद्रीय टीम, बोले- सुधार की जरूरत
सरकारी अस्पताल में रख रखाव और बेहतर व्यवस्था के लिए केंद्र सरकार रैंकिंग के आधार पर कायाकल्प पुरस्कार देती है. जहां, प्रथम न आने वाले को सदर अस्पताल को 50 लाख रुपये और दूसरे स्थान लाने पर 25 लाख रुपये प्रदान किए जाते हैं. तोष
'सफाई व्यवस्था से संतुष्ट दिखी टीम'
अस्पताल निरीक्षण के बाद आकलन टीम का नेतृत्व कर रहे डॉ. प्रवीण मोहराणा ने बताया कि सदर अस्पताल की साफ-सफाई की स्थिति ठीक थी. लेकिन अस्पताल में ओपीडी कम्पलेक्स, लैब और टीकाकरण क्लीनिक की स्थिति संतोषजनक नहीं है. उन्होंने कहा कि अस्पताल को अभी कई क्षेत्रों में काफी कार्य करने की अवश्यकता है.
'आकलन टीम के दिए अंक के आधार पर मिलेगा पुरस्कार'
बता दें कि केंद्र सरकार अस्पतालों में रख रखाव और उसकी व्यवस्था की रैंकिंग के आधार पर कायाकल्प पुरस्कार का आयोजन कर रही है. इसके आकलन के लिए सरकार ने एक टीम का गठन किया है. टीम के सदस्य अस्पताल में जाकर जांच के बाद रैंकिंग और अंक को राज्य स्वास्थ्य समिति को सौंपेगी. इसके बाद राज्य स्वास्थ्य समिति उस अंक को केंद्र सरकार के पास भेजेगी. अंक के आधार पर केंद्र सरकार कायाकल्प पुरस्कार के लिए सदर अस्पताल का चयन करती है. इसमें प्रथम स्थान आने वाले सदर अस्पताल को 50 लाख और दूसरे स्थान पर आने वाले को 25 लाख रुपया पुरस्कार के रुप में केंद्र सरकार देगी. गौरतलब है कि मोतिहारी सदर अस्पताल को 2016 में कायाकल्प में प्रथम पुरस्कार मिला था. जबकि 2018 में अस्पताल रनर अप रहा था.