बीजेपी सांसद राधामोहन सिंह मोतिहारी:बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में शराब पीने से बीमार हुए लोगों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसके साथ ही शराब कांड के बाद राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है. विपक्षी दल इस मामले को लेकर नीतीश सरकार को घेरने में लगे हैं. रविवार को बीजेपी नेताओं ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और उसके बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार से मुआवजे की मांग की. साथ ही शराब कांड में शामिल दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.
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18 अप्रैल को बीजेपी का एक दिवसीय धरना:पत्रकारों से बात करते हुए स्थानीय बीजेपी सांसद और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राधामोहन सिंह ने आगामी 18 अप्रैल को एक दिवसीय धरना देने की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत नहीं हुई है, बल्कि इनकी हत्या हुई है. उन्होंने बताया कि इस हत्याकांड में शामिल दोषियों के खिलाफ कार्रवाई और मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग को लेकर जिला बीजेपी एक दिवसीय धरना देगी.
पीड़ित परिवार को मुआवजा दे सरकार: जिला भाजपा कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में राधामोहन सिंह ने कहा कि पिछले दो दिनों के अंदर शराब पीने से 29 लोगों की मौत हुई है. यह निश्चित रुप से बिहार सरकार के माथे पर बहुत बड़ा कलंक है. राज्य में शराबबंदी है और मुख्यमंत्री बार-बार शराबबंदी की दुहाई देते हैं. इसका बहुत लाभ है लेकिन मुख्यमंत्री सही मायने में शराबबंदी लागू नहीं करेंगे तो लाभ नहीं होगा और इसी तरह से लाशें बिछती रहेगी. उन्होंने कहा कि मृतकों के परिजन और बीमार लोग खुद बोल रहे हैं कि शराब पीने से ऐसी स्थिति हुई है.
"बिहार सरकार का यह कर्तव्य बनता है कि शराबबंदी को कड़ाई से लागू करे. अगर सरकार ऐसा नहीं कर पाती है तो शराब पीकर मरने वालों का हत्यारा बिहार सरकार को माना जाएगा. सरकारी गलती से लोगों की मौत हो रही है. इसलिए मृतकों के परिजन को राज्य सरकार मुआवजा दे. अगर सरकार ने मुआवजा नहीं दिया तो जिला बीजेपी 18 अप्रैल को एक दिवसीय धरना देगी. फिर भी अगर मुआवजा नहीं मिला तो आंदोलन तेज किया जाएगा"-राधामोहन सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री