सदर अस्पताल में निरीक्षण करते बीजेपी सांसद संजय जायसवाल मोतिहारी:पूर्वी चंपारण जिला में जहरीली शराब पीने से बीमार हुए लोगों की संदिग्ध मौत का सिलसिला लगातार जारी है. साथ ही शराब कांड के बाद नेताओं का दौरा भी शुरु हो गया है. भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व बेतिया सांसद डॉ. संजय जायसवाल पार्टी नेताओं के साथ मोतिहारी सदर अस्पताल पहुंचे. संजय जायसवाल ने सदर अस्पताल में भर्ती बीमार लोगों की स्थिति को देखा और उनका हालचाल जाना.
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'प्रशासनिक दबिश के डर से हुई मौतें': इस क्रम में बीजेपी सांसद संजय जायसवाल ने नीतीश कुमार और जिला प्रशासन की कार्यशैली पर जमकर निशाना साधा. संजय जायसवाल ने जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या में बढ़ोतरी को लेकर कहा कि प्रशासनिक दबिश के कारण लोग शराब पी कर घर में छुपे रहे. जिस कारण ज्यादा लोगों की मौत हुई है.
'पुलिस 32 की मौत के बाद हुई एक्टिव': संजय जायसवाल ने हाथ में एक आवेदन दिखाते हुए कहा कि यह आवेदन कुछ दिन पहले एक वार्ड सदस्य ने पुलिस को दिया था. जिसमें शराब कारोबारियों के नाम थे. फिर भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की और आवेदनकर्ता वार्ड सदस्य को प्रताड़ित किया. अब तक 32 लोगों की मौत हो चुकी है. इसके लिए नीतीश कुमार और जिला प्रशासन जिम्मेदार है. इसे डायरिया साबित करने के लिए मरीजों के बीच अधिकारी ORS बांट रहे हैं.
''नीतीश कुमार इतने थेथर हैं कि वो दुनिया में कुछ भी कर लेंगे, इस्तीफा नहीं देंगे. वो जबतक जीवित हैं, अंतिम सेंकेंड में एक पैसा भी उनको चांस लगेगा, तो वह कुर्सी छोड़ने वाले नहीं हैं. उन्होंने अपने आपको कुर्सी पर बेल्ट से बांध लिया है. लेकिन, वह जिम्मेदारी से बच नहीं सकते हैं."- संजय जायसवाल, सांसद, बीजेपी
जिम्मेदारी से नहीं बच सकते नीतीश: सांसद संजय जायसवाल ने नीतीश कुमार पर भड़ास निकालते हुए कहा कि नीतीश कुमार नेअपने आपको कुर्सी पर बेल्ट से बांध लिया है. लेकिन वह जिम्मेदारी से बच नहीं सकते हैं. क्यों नहीं फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा होता है. आप अगर हत्यारे को शरण देते हैं, तो आप पर भी 302 का मुकदमा चलता है. आजतक कितने थाना प्रभारियों और पुलिस अधिकारियों पर हत्या मुकदमा किया? जिन लोगों के इलाकों में इस तरह की घटना हुई है और अधिकारी ऐसे लोगों को शरण देते हैं. अगर एकबार भी ऐसे मुकदमा आप चला देते हैं. तो इस तरह की घटनाएं रुक जाएंगी.
अब तक हुई मौत पर कार्रवाई: जिला में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. शराब पीने के कारण पिछले तीन दिनों में 36 लोगों की मौत के बाद पुलिसिया कार्रवाई भी शुरु है. वहीं सदर अस्पताल में 18 लोगों का इलाज किया चल रहा है. जबकि जिला के विभिन्न निजी अस्पतालों में 14 लोगों का इलाज जारी है. एसपी कान्तेश कुमार मिश्रा ने पांच थाना के थानाध्यक्ष के अलावा नौ चौकीदार और एएलटीएफ के दो एएसआई को निलम्बित कर दिया है.