मोतिहारी: पूर्वी चंपारण जिला के केसरिया में गंडक नदी पर बने सत्तरघाट पुल से होकर आवाजाही पर जिला प्रशासन ने तत्काल रोक लगा दिया है. गोपालगंज जिला के तरफ से पुल के एप्रोच पथ पर नदी के दबाब को कम करने के लिए दो जगहों पर अस्थायी रुप से काटा गया है. जिस कारण पूर्वी चंपारण जिला प्रशासन ने इस पुल से होकर आवागमन पर अस्थायी रुप से आवागमन पर रोक लगाई है.
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अस्थायी रुप से लगाई गई है रोक
डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने बताया कि वाल्मीकिनगर बराज से पानी छोड़े जाने के कारण गंडक नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी हो रही है. गंडक का जलस्तर बढ़ने से सत्तरघाट पुल और एप्रोच रोड पर दबाब बढ़ने की संभावना है. इसलिए सत्तरघाट पुल के एप्रोच रोड पर गोपालगंज के तरफ से काम हो रहा है. जिस कारण इस पुल से होकर होने वाले आवागमन पर अस्थायी रुप से रोक लगा दी गई है.
सत्तरघाट पुल का काटा गया एप्रोच रोड दो जगहों पर काटा गया है एप्रोच रोड
बता दें कि पिछले साल सत्तरघाट पुल के उद्घाटन के एक महीने बाद ही उसका एप्रोच पथ पानी के दबाब में बह गया था. जिसे लेकर सरकार की काफी किरकिरी हुई थी . इसी कारण इस साल गंडक नदी के जलस्तर के बढ़ने के साथ ही सरकार के निर्देश से पुल पर पानी का दबाब कम करने का प्रयास शुरु हो गया है. गोपालगंज के तरफ से सत्तरघाट पुल के एप्रोच पथ को दो जगहों पर पूरी तरह से काटा गया है.
मोतिहारी: सत्तरघाट पुल का काटा गया एप्रोच रोड. यह भी पढ़ें:मोतिहारी: अभी बाढ़ आया नहीं... पुलिया को बहा ले गया पानी, कई गांव का सड़क संपर्क कटा
अस्थायी रुप से एप्रोच रोड को काटकर गंडक नदी का बहाव सुचारु करने का प्रयास किया जा रहा है और पानी का बहाव बना रहे. जिससे पुल और उसके एप्रोच रोड पर पानी का ज्यादा दबाब नहीं बनेगा. एप्रोच रोड पर किए गए अस्थायी कटाव के कारण आवागमन पर रोक लगाई गई है .पूर्वी चंपारण जिला को गोपालगंज से जोड़ने वाली सत्तरघाट पुल से आवागमन रोके जाने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.